बिहार के बेगूसराय जिले में एमएस धोनी के खिलाफ दर्ज करवाया गया एफआईआर
धोनी के अलावा 7 अन्य लोगों को इस केस में अभियुक्त बनाया गया है।
अद्यतन - जून 1, 2022 4:22 अपराह्न
भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल उनके और सात अन्य लोगों के खिलाफ हाल ही में बिहार के बेगूसराय में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी एसके एंटरप्राइजेज द्वारा दर्ज की गई थी। आरोप है कि 30 लाख रुपये की चेक के बाउंस होने के मामले में यह केस दर्ज हुआ है। दरअसल यह दो कंपनियां न्यू ग्लोबल प्रोड्यूस इंडिया लिमिटेड और एसके एंटरप्राइजेज के बीच का विवाद है।
धोनी ने न्यू ग्लोबल प्रोड्यूस इंडिया लिमिटेड का प्रचार किया था और इस तरह उनका नाम भी एफआईआर में दर्ज है। सोमवार (30 मई) को कोर्ट में सुनवाई के बाद मामले को न्यायिक दंडाधिकारी अजय कुमार मिश्रा के पास भेज दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 28 जून को होगी।
क्या है पूरा मामला?
न्यू ग्लोबल प्रोड्यूस इंडिया लिमिटेड ने एसके एंटरप्राइज को 30 लाख रुपये के उर्वरक(खाद) का ऑर्डर दिया गया था। कंपनी की तरफ से एजेंसी को खाद तो भेज दिया लेकिन वहां से उन्हें मार्केटिंग में किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं मिला। आरोप है कि प्रोडक्ट की बिक्री के क्रम में कंपनी ने उन्हें सहयोग नहीं किया, इससे भारी मात्रा में उर्वरक बच गया। इसके बाद एजेंसी के मालिक नीरज ने कंपनी पर असहयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी वजह से उन्हें नुकसान हुआ है।
हालांकि इसके बाद कंपनी ने बचा हुआ खाद वापस ले लिया और इसके बदले में एजेंसी को 30 लाख रुपये का चेक दिया। चेक बैंक में जमा कराया गया था, लेकिन वह बाउंस हो गया। इसके बाद कंपनी के सीईओ राजेश आर्य सहित कंपनी के सात अन्य पदाधिकारियों पर मामला दर्ज करवाया गया।
इस मामले को लेकर कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा गया था, जिसका कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद एसके एंटरप्राइजेज के अधिकारी नीरज कुमार निराला ने धोनी और अन्य सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जिन्होंने संबंधित उत्पाद का प्रचार किया था।