क्या विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं? जानिए रिकी पोंटिंग की राय
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने कहा 30 और अंतरराष्ट्रीय शतक बनाना मजाक नहीं है।
अद्यतन - सितम्बर 20, 2022 11:29 पूर्वाह्न
विराट कोहली के बल्ले के साथ फॉर्म में लौटते ही सभी की उम्मीदें बढ़ गई हैं। भारत के दिग्गज बल्लेबाज ने लगभग तीन वर्षों तक खराब दौर से गुजरने के बाद एशिया कप 2022 में धमाकेदार वापसी की है। जिसके बाद कई दिग्गजों ने विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय करियर में होने वाले अगले उछाल को लेकर अपनी-अपनी राय देना शुरू कर दिया है।
अब इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग शामिल हो गए हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने कहा है कि विराट कोहली भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के प्रमुख रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं: रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने आगे कहा कि भले ही विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के प्रमुख रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 30 और शतक बनाने की जरूरत है, लेकिन सफलता को लेकर उनकी भूख उन्हें और भी ऊंचा मुकाम हासिल करने में मदद कर सकती है। आपको बता दें, विराट कोहली ने हाल ही में दुनिया में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले क्रिकेटरों की सूची में रिकी पोंटिंग (71) के साथ बराबरी की हैं।
रिकी पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू पर कहा: “अगर मुझसे तीन साल पहले पूछा जाता कि क्या विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं, तो मैं तुरंत हां कह देता। लेकिन ये पिछले तीन साल विराट के लिए मुश्किल रहे जिससे चीजें धीमी हो गई है। लेकिन मुझे अब भी लगता है कि इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना उसके लिए संभव है, उनमे काबिलियत है और इसमें कोई संदेह नहीं है।
विराट कोहली के पास इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए अभी बहुत समय है, वह अभी आगे बहुत क्रिकेट खेलने वाले हैं, लेकिन मुझे लगता है कि अभी भी 30 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाना मजाक नहीं है। यानी उन्हें अगले तीन या चार साल तक साल में पांच या छह टेस्ट शतक लगाने होंगे, और साथ ही वनडे और T20I क्रिकेट में भी शतक बटोरने होंगे। लेकिन विराट जब एक बार फॉर्म में आ जाता है, तो आप जानते हैं कि वह सफलता और रनों के लिए कितना भूखा है, इसलिए मैं कभी नहीं कहूंगा कि एक साल में कितने शतक आने वाले है, या आने चाहिए।”