डरबन टेस्ट में हार के बाद बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लिया चौंकाने वाला फैसला!

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने आईसीसी (ICC) के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया है।

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Bangladesh cricket team. (Photo by MICHAEL BRADLEY/AFP via Getty Images)

डरबन में दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच कई कारणों से सुर्खियों में रहा, चाहे फिर वह खराब अंपायरिंग हो या फिर स्लेजिंग। बांग्लादेश क्रिकेट टीम को दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में 220 रनों की शिकस्त झेलनी पड़ी, जिसका मुख्य कारण खराब अंपायरिंग को ठहराया जा रहा है।

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डरबन टेस्ट में खराब अंपायरिंग को लेकर बांग्लादेश क्रिकेट टीम के निदेशक खालिद महमूद ने पहले ही नाराजगी जाहिर कर दी थी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने का आग्रह भी किया। अब, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने आईसीसी (ICC) के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया है।

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने डरबन टेस्ट में खेदजनक अंपायरिंग के बारे में आईसीसी (ICC) से औपचारिक शिकायत दर्ज करने का फैसला किया है, क्योंकि टीम की कई दलीलों को ऑन-फील्ड अंपायरों ने नजरअंदाज किया था। बांग्लादेश दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों से स्लेजिंग (अत्यधिक गाली-गलौच) को नियंत्रित नहीं करने के लिए अंपायरों पर एक आधिकारिक शिकायत भी दर्ज कराने जा रहा है।

दक्षिण अफ्रीका की बदसलूकी नहीं करेगा बांग्लादेश माफ

हालांकि,  इन दिनों स्लेजिंग एक आम बात हो गई है, लेकिन बांग्लादेश के हिसाब से दक्षिण अफ्रीका द्वारा की गई स्लेजिंग निराशाजनक है, और ऑन-फील्ड अंपायरों को इस पर ध्यान देना चाहिए था, रोकना चाहिए था। वहीं, डरबन टेस्ट में चौथे दिन के खेल के दौरान डीआरएस (DRS) की समीक्षा के बाद सात फैसलों में बदलाव किया गया।

BCB के क्रिकेट संचालन प्रमुख जलाल यूनुस ने ESPNCricinfo को बताया: “हम पहले ही एकदिवसीय सीरीज के बाद खराब अंपायरिंग को लेकर एक शिकायत दर्ज करा चुके हैं। मैच रेफरी ने शुरू में हमारे मैनेजर नफीस इकबाल के साथ बदसलूकी की थी, लेकिन जब हमने उन्हें लिखित शिकायत दी तो नरम पड़ गए। हम इस टेस्ट मैच के बारे में एक और आधिकारिक शिकायत दर्ज करेंगे।”

उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से दोनों तरफ से स्लेजिंग हुई, लेकिन जब दक्षिण अफ्रीका ने इसे शुरू किया और यह दायरे से बाहर जा चुकी थी, तो हमने अंपायरों से शिकायत की। यह स्वीकार्य नहीं था। हम इसकी उचित निंदा करते हैं। हमें अंपायरों के फैसलों को स्वीकार करना होगा, लेकिन आईसीसी को न्यूट्रल अंपायरों को बहाल करना चाहिए।”

 

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