शिखर धवन ने किया खुलासा आखिर क्यों वेंकटेश अय्यर से पहले वनडे में नहीं कराई गई गेंदबाजी
शिखर धवन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की पहले एकदिवसीय मैच में हार का बताया कारण।
अद्यतन - जनवरी 20, 2022 12:31 अपराह्न
दक्षिण अफ्रीका में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज हारने के बाद, भारतीय क्रिकेट टीम तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में विजयी शुरुआत करने में विफल रही।
टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका से पहले वनडे में 19 जनवरी को पार्ल में 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद अब भारतीय टीम वनडे सीरीज में 0-1 से साउथ अफ्रीका से पीछे चल रही है।
हार के बाद, भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की पहले एकदिवसीय मैच में हार का बड़ा कारण एक के बाद एक विकटे गंवाना था।
हालांकि, भारतीय गेंदबाज मैच में बिल्कुल भी प्रभावी नहीं दिख रहे थे क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने बड़ी आसानी से कप्तान तेंबा बवूमा (110) और रसी वैन डक डुसेन (129*) के शतकों की बदौलत पार्ल में भारत के खिलाफ 296/4 का स्कोर खड़ा किया।
भारत पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिर्फ चार विकटे ही लेने में सफल रही और उसमे से दो विकेट जसप्रीत बुमराह के नाम रही और एक विकेट आर आश्विन ने झटका।
भारतीय गेंदबाज पहले वनडे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ विकट हासिल करने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। किसी भी गेंदबाज का असर मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर नहीं हो रहा था। लेकिन भारत के पास एक मौका था मैच में चीजे बदलने का जब दक्षिण अफ्रीका बड़े स्कोर के लिए आगे बढ़ रहा था।
आखिर क्यों वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी नहीं कराई गई
भारत अपने गेंदबाजी आक्रमण में दक्षिण अफ्रीका के रनों के फ्लो को रोकने के लिए नए गेंदबाज को उतार सकता था, क्योंकि उनके पास वेंकटेश अय्यर के रूप में 6वां गेंदबाजी विकल्प मौजूद था। लेकिन कप्तान केएल राहुल ने मैच में अय्यर का इस्तेमाल नहीं किया और उन्हें इस वजह से अब आलोचना का शिकार भी होना पड़ रहा है।
राहुल के इस फैसले पर भारत के पूर्व खिलाड़ी और विशेषज्ञ काफी भड़के हुए हैं। हालांकि मैच के बाद धवन ने इस बात से पर्दा उठा दिया है कि आखिर क्यों वेंकटेश अय्यर को छठे गेंदबाजी विकल्प के रूप में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस्तेमाल नहीं किया।
धवन ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, “वेंकटेश अय्यर को गेंदबाजी आक्रमण में नहीं लाया गया क्योंकि विकेट पर टर्न था और स्पिनर अच्छा कर रहे थे। अंत में ज्यादातर तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल किया गया। बीच के ओवरों में जब विकेट नहीं गिर रहे थे तो हमारी सोच मुख्य गेंदबाजों को वापस लाने की थी ताकि सफलता मिल सके, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके।”
उन्होंने भारतीय टीम के युवा बल्लेबाजों को सलाह देते हुए कहा कि आपको स्थिति की मांगों के अनुसार खेलने की ज़रूरत है, और टीम को हमेशा पहले रखना चाहिए। आपका व्यक्तिगत खेल महत्वपूर्ण है, लेकिन साथ ही व्यावहारिकता और टीम के लिए आप अपने आप को कितना ढाल सकते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि यह सब समय और अनुभव आने के साथ ठीक होता जाएगा।