जब सवालों का पिटारा लेकर सचिन तेंदुलकर के पास पहुंची थी मिताली राज - क्रिकट्रैकर हिंदी

जब सवालों का पिटारा लेकर सचिन तेंदुलकर के पास पहुंची थी मिताली राज

मिताली राज ने कहा कि सचिन तेंदुलकर बेहद सकारात्मक इंसान हैं।

Mithali Raj and Sachin Tendulkar. (Image Source: Twitter)
Mithali Raj and Sachin Tendulkar. (Image Source: Twitter)

सचिन तेंदुलकर और मिताली राज ने दो दशकों से अधिक समय तक भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया। भारतीय क्रिकेट के ये दोनों दिग्गज अन्य खिलाड़ियों के लिए उत्कृष्टता और लंबे समय तक कैसे खुद को खेल के टॉप पर रखना है, इसके बहुत बड़े उदाहरण हैं।

एक तरफ जहां सचिन तेंदुलकर ने लोगों को खेल से प्यार कराया, वहीं मिताली राज भारत में महिला क्रिकेट की पहली सुपरस्टार बनीं। इस बीच, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने तेंदुलकर के साथ उनकी पहली बातचीत, उनकी बल्लेबाजी पर महान बल्लेबाज का प्रभाव और 2017 महिला वर्ल्ड कप से पहले मास्टर ब्लास्टर के साथ हुई बातचीत के बारे में खुलासा किया।

सलाह के लिए तेंदुलकर सबसे बेस्ट है: मिताली राज

मिताली राज ने PTI के हवाले से कहा: ‘मुझे इंग्लैंड में 2017 वर्ल्ड कप से पहले की हमारी बातचीत अभी भी याद है। सभी खिलाड़ियों के साथ चर्चा के बाद मेरी उनसे आमने-सामने बातचीत हुई। मैं उनसे पूछना चाहती थी कि वह इतने लंबे समय तक कैसे खेल पाए और कैसे उन्होंने युवा पीढ़ी के नए गेंदबाजों का सामना करने के लिए खुद को एक नए अवतार में तैयार किया। जब आपका इतना लंबा करियर हो, और हर पीढ़ी के पास बेहतरीन गेंदबाज होते हैं, तो मैं जानना चाहती थी कि वह इससे कैसे तालमेल बिठाते हैं।

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, लोग आपके फुटवर्क के धीमे होने के बारे में बात करने लगते हैं, आप लाइन और लेंथ देर से चुन रहे होते हैं और आप गेंद पर तेज नहीं होते हैं। मैं जानना चाहती थी कि वह इन सब चीजों से कैसे उबरे और अपने खेल में शीर्ष पर कैसे रहे। उन्होंने मुझे कुछ सुझाव दिए और मैंने उन्हें प्रशिक्षण में अपने खेल में शामिल करने की कोशिश की। हमने तकनीक के बारे में गहराई से बात नहीं की, क्योंकि हर किसी की तकनीक अलग होती है।

इतने लंबे समय तक खेलने के बाद एक सीनियर प्रो के रूप में, आप किसी अन्य खिलाड़ी को तैयारी सलाह के साथ ही मदद कर सकते हैं, और उन्होंने इसमें मेरी मदद की। उस समय मुझसे अच्छा प्रदर्शन करने की काफी उम्मीदें थीं। जब आप लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं कि ‘ओह, वह अपने संन्यास के करीब है’ और आप उस समय अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं, तो मुझे लगा कि सलाह के लिए तेंदुलकर सर सबसे अच्छे व्यक्ति हैं, क्योंकि वह हर दौर से गुजरे हैं।’

सचिन तेंदुलकर से कैसे मिली मिताली राज?

सचिन तेंदुलकर से अपनी पहली मुलाकात के बारे में खुलासा करते हुए, मिताली राज ने कहा: ‘मुझे साल 2002 में कैस्ट्रोल अवार्ड्स में सम्मानित किया गया था, जो पुरुष क्रिकेटरों के लिए हुआ करता था। मुझे वहां आमंत्रित किया गया था। उस अवार्ड शो में सचिन तेंदुलकर एक ऐसे व्यक्ति थे, जो इस बात को लेकर बहुत उत्सुक थे कि हमने कैसे ट्रेनिंग की, हमारे पास किस तरह की सुविधाएं थी, ये सब जानना चाहते थे।

हम तब बीसीसीआई के नहीं, बल्कि WCAI के तहत खेला करते थे। वह जानना चाहते थे कि क्या मैं मैटिंग विकेट या टर्फ विकेट पर ज्यादा खेल रही हूं। हम ज्यादातर मैटिंग विकेट पर खेल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैटिंग विकेट पर खेलने के अपने फायदे हैं और यह आपके बैकफुट खेलने के लिए अच्छा है।’

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