सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका फ़तेह करने के लिए दिया मूलमंत्र - क्रिकट्रैकर हिंदी

सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका फ़तेह करने के लिए दिया मूलमंत्र

Sachin Tendulkar India
Sachin Tendulkar. (Photo Source: Twitter)

2018 में टीम इंडिया अपने साल की शुरुआत सबसे बड़े चैलेंज साउथ अफ्रीका के साथ 3 टेस्ट, 6 वनडे और 3 टी20 मैचो की सीरीज खेल कर करने जा रही है. इसके लिए टीम के सभी खिलाडी अफ्रीका पहुँच चुके है और मैदान भी सज चुका है, अब बस देरी है तो सिर्फ दोनों के बीच जंग छिड़ने की तारीख 5 जनवरी का इंतज़ार, ऐसे में क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को सीरीज में जीतने के लिए कुछ मूलमंत्र दिए है और कहा की बल्लेबाजो को नई गेंद से जरा सम्हल कर अफ्रीका में खेलने की जरूरत है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया से हुई अफ्रीका दौरे पर बातचीत को लेकर सचिन ने फैंस के सभी सवालों के जवाब देते हुए कहा- अगर हम नई गेंद को भली भाँती तरीके से खेलतें है तो एक लंबा स्कोर खड़ा करने में कामयाब हो सकते है.हर बल्लेबाज का मुख्य उद्देश्य किसी भी तरह रन बनाना होता है ऐसे में जरूरी है की आप पहले दिन खेल में कैसा प्रदर्शन करतें हैं.

पिच के हिसाब से खेलना होगा

साउथ अफ्रीका दौरे को देखतें हुए हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच की पिच व मोहाली में हुए वन-डे मैच की पिच को भी उसी तरह से तैयार दिया गया था जिसमे नयी गेंद के साथ स्विंग तथा पुरानी होने पर रिवर्स स्विंग भी देखने को मिली थी.इसके बाद भी हमे देखना होगा की केप टाउन में पिच कैसा बर्ताव करती है. इस पर तेंदुलकर ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा- “मुझे आज भी साल 2011 में केप टाउन का वह मैच याद है, जिसमें मैं खेला था। यहां ऑफ द पिच भी गेंद हरकत कर रही थी. लेकिन यह पिच बैटिंग करने के लिए शानदार थी.तो आप देख सकते हैं पिच के अलावा कंडीशंस का भी रोल अहम होता है.”

18वे ओवर के बाद से शुरू होता है असली खेल

इसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने बताया किसी भी टेस्ट मैच में 18वे ओवर के बाद से ले कर 40-50 ओवर तक का जो खेल का समय होता है वो बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. इस समय कूकाबूरा की लाल गेंद खतरनाक रिवर्स स्विंग करना शुरू कर देती है क्योंकि गेंद पुरानी हो चुकी होती है और उसकी एक तरफ की शाइन भी जा चुकी होती है और अगर  मैच किसी सपाट विकेट पर भी हो रहा हो तब भी अफ्रीका जैसी पिचों पर तेज़ी के साथ रिवर्स स्विंग काफी घातक साबित होती है. इसीलिए जब आप विदेशों में खेलने जातें हैं तो शुरू के 25 ओवर आपको विकट बचा के रखने होंगे.जिसके लिए सचिन ने नयी गेंद खेलने का तरीका भी बताया है.

नयी गेंद खेलने का मूल मन्त्र

मास्टर ब्लास्टर ने नयी गेंद का सामना करने के लिए टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाजो को अनुशासन के साथ खेलने को कहा है इस कड़ी में आगे उन्होंने बताया- किसी बल्लेबाज का फुटवर्क भी काफी कुछ बयाँ करता है, लेकिन फुटवर्क दिमाग से जुड़ी चीज है. अगर आप खुले दिमाग से खेलने जा रहे हैं, तो आपके पैर भी फ्री रहेंगे। ये दोनों चीजें बेहद महत्वपूर्ण हैं. इस बात पर बहुत कुछ निर्भर करता है कि आप किम मानसिकता के साथ खेलने उतरे हैं। क्या आप अपने दिमाग में चीजों को और अधिक जटिल बनाते जा रहे हैं या फिर आप इन्हें बहुत सिंपल रख रहे हैं।

इसके साथ ही बल्लेबाज को यह पता होना चाहिए की उसे कौन सी गेंद छोडनी है तथा कौन सी गेंद पर शॉट खेलना है. बहरहाल ये सब तकनीक मैं किसी खिलाडी के व्यक्तिगत फैसले पर छोड़ता हूँ.

आखरी में जब उनसे पूछा गया की जब भी टीम इंडिया विदेश दौरे पर जाती है तो चारों तरफ हल्ला होता है की हमारें बल्लेबाज वहाँ की गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाते. इसका जवाब देतें हुए सचिन ने कहा-जिन बल्लेबाजों के साथ मैं खेला हूं- सहवाग, सौरभ, राहुल और लक्ष्मण- ये सभी क्वॉलिटी फास्ट बोलिंग के खिलाफ खेले हैं और इन्होंने रन बनाए हैं। मैं नहीं मानता कि यह कोई सही बात है।

close whatsapp