पूर्व भारतीय कोच ने विराट कोहली के शतकों के सूखे पर बात करते हुए सचिन और द्रविड़ का जिक्र कर दिया
कोहली ने आखिरी शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ मारा था।
अद्यतन - दिसम्बर 13, 2021 10:04 अपराह्न
पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगर का मानना है कि विराट कोहली बस खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और वे जल्द ही इस चीज को पलट देंगे। कोहली ने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाईट टेस्ट में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था। उसके बाद से प्रशंसक उनके बल्ले से एक बड़ी पारी का इंतजार कर रहे हैं। आखिरी शतक के बाद 13 टेस्ट मैचों में कोहली ने 26.04 की औसत से 599 रन बनाए हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोहली अपने शतकों का सूखा पूरा करेंगे, इसपर बांगर ने उम्मीद जताई कि भारतीय कप्तान आगामी सीरीज में बड़ा प्रभाव डालेंगे। बांगर ने कहा, “कृपया बार-बार यह मत कहिए क्योंकि मैंने पहले भी कहा है कि वो 57 पारियां सभी प्रारूप मिलाकर थीं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरे शतक के बाद केवल 22-23 पारियां हुई हैं।”
सचिन और द्रविड़ जैसे दिग्गज भी खराब फॉर्म से गुजरे हैं: संजय बांगर
संजय बांगर ने आगे कहा कि बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी अपने करियर में खराब फॉर्म से गुजरा है। बांगर ने कोहली की हालिया पारियों पर रोशनी डाली और कहा कि उन्होंने अपने बल्ले से टीम के लिए योगदान दिया है। उन्होंने आगे कहा कि कोहली अपने खेल पर बहुत मेहनत कर रहे हैं और यदि वे इसी का पालन करते हैं तो जल्द अपनी पुरानी फॉर्म को हासिल कर लेंगे।
संजय बांगर ने अपनी बात समझाने के लिए कहा, “यहां तक कि सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज भी इस दौर से गुजरे हैं जब उन्होंने लंबे समय तक शतक नहीं लगाया। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि उन्होंने इस अवधि में टीम के लिए योगदान नहीं दिया। यदि आप विराट कोहली के पिछली कुछ सीरीज में प्रदर्शन को देखें, तो उन्होंने कुछ अच्छे अर्धशतक लगाए हैं। साथ ही कुछ महत्वपूर्ण पारियां भी खेली हैं जिससे टीम इंडिया को मदद मिली है।”
हां, वह इस दिशा में काम कर रहे हैं। उसे बस यह सुनिश्चित करना है कि जिन प्रक्रियाओं का पालन किया, उनका आनंद लिया, मेरा मानना है कि अगर वह खुद को शांत करने में सक्षम है और वास्तव में इसके पीछे नहीं भागता है, तो इसके लिए बेताब न हों, आप विराट कोहली को देख सकते हैं 3.0 हमें बहुत खुशी और संतुष्टि दे रहा है कि वह कैसे बल्लेबाजी को दूसरे स्तर पर ले जाता है।”