आखिर क्यों अचानक भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच को बदलने के लिए उठ रही मांग
पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर 1998 से 2007 तक भारतीय टीम का हिस्सा थे।
अद्यतन - फरवरी 22, 2022 5:39 अपराह्न

भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ ने साल 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से इस पद को संभाला है। वहीं दूसरी तरफ गेंदबाजी कोच के तौर पर पारस म्हाम्ब्रे उनका साथ दे रहे हैं। हालांकि म्हाम्ब्रे ने केवल पांच अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। जबकि घरेलू क्रिकेट में एक कोच के तौर पर उन्हें खासा अनुभव है। लेकिन भारतीय टीम के एक सीनियर खिलाड़ी ने गेंदबाजी कोच बदलने की मांग की है।
टीम के सीनियर खिलाड़ी ने पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत गरकर को गेंदबाजी कोच बनाने की मांग की है। मौजूदा समाय में 44 वर्षीय एक कमेंटेटर के रूप में काम कर रहे हैं। 2021 में अगरकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के मुख्य चयनकर्ता बनने के लिए पसंदीदा लोगों में से एक थे। उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा घरेलू क्रिकेट में भी खासा अनुभव है।
पूर्व गेंदबाज ने 9 साल तक भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 1998 से 2007 तक भारतीय टीम के लिए 28 टेस्ट, 191 वनडे और 4 टी-20 मुकाबले खेले हैं। जिसमें अगरकर ने टेस्ट में 58, वनडे में 288 जबकि टी-20 में 3 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में कुल 349 विकेट चटकाए हैं।
“2023 वर्ल्ड कप तक अगरकर रहें गेंदबाजी कोच”- सीनियर खिलाड़ी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक “सीनियर खिलाड़ी, जो अब भारतीय क्रिकेट में निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, अगरकर जैसा अनुभवी हाथ चाहता है जो 2023 एकदिवसीय विश्व कप तक गेंदबाजों का मार्गदर्शन करे। म्हाम्ब्रे एक अच्छे गेंदबाजी कोच हैं और भारत ए, भारत अंडर -19 और तेज गेंदबाजों में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में उभरते गेंदबाजों की देखभाल कर सकते हैं।”
दांयें हाथ के तेज गेंदबाज अजीत अगरकर भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न के मैदान पर किया था। उस एकदिवसीय मुकाबले में अगरकर ने 42 रन देकर छह विकेट हासिल किये थे। 44 वर्षीय अगरकर आईपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ भी खेले हैं।