‘शाबाश मिट्ठू’ सिर्फ मिताली राज की नहीं बल्कि पूरी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कहानी है: तापसी पन्नू
मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नए मुकाम तक पहुंचाया है: तापसी पन्नू
अद्यतन - जुलाई 12, 2022 2:39 अपराह्न
8 जून 2022 को भारतीय टीम की दिग्गज महिला क्रिकेटर मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। बता दें, 23 साल के लंबे क्रिकेटिंग करियर में मिताली राज ने भारतीय टीम को कई मुकाबले जिताए साथ ही उन्होंने कई रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए। मिताली ने 16 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने 23 सालों तक भारतीय महिला क्रिकेट टीम को अकेले संभाला और कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में 12 मुकाबलों में 43.68 के औसत से 699 रन बनाए थे। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन महिला क्रिकेट में उन्ही के नाम है। उन्होंने 232 वनडे मुकाबलों में 50.68 के औसत से 7805 रन बनाए हैं। वहीं 89 टी-20 मुकाबलों में 37.62 के औसत से 2364 रन बनाए हैं।
सभी फॉर्मेटों को मिलाकर मिताली ने कुल 10,868 रन बनाए हैं। उनके भारतीय महिला क्रिकेट में योगदान को बताते हुए डायरेक्टर श्रीजित मुखर्जी ने इस महिला क्रिकेटर के क्रिकेटिंग सफर को दुनिया के सामने रखने का सोचा और एक बायोपिक बनाई। इस बायोपिक में मिताली का रोल कर रही हैं तापसी पन्नू। तापसी ने इससे पहले हॉकी के जांबाज खिलाड़ी संदीप सिंह की बायोपिक में भी काम किया है। अब वो ‘शाबाश मिट्ठू’ में मिताली राज का रोल करती हुई नजर आएंगी।
फर्स्ट पोस्ट के साथ एक इंटरव्यू में तापसी ने मिताली राज के क्रिकेटिंग करियर को लेकर कई बातें बताई और उन्होंने यह भी कहा कि एक क्रिकेटर का सफर भी काफी मुश्किलों से भरा होता है। चाहे किसी भी फील्ड का खिलाड़ी हो उसकी जिंदगी में चुनौतियां कम नहीं होती हैं।
मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नई पहचान दी: तापसी पन्नू
तापसी पन्नू ने कहा कि, ‘शाबाश मिट्ठू एक अलग ही तरीके की बायोपिक है। उसमें आप यह सब नहीं देखेंगे कि माता-पिता ने उनका साथ नहीं दिया या उनके पास पैसे नहीं थे या वो काफी गरीब थे। इस बायोपिक की अपनी अलग ही पहचान है। यह बायोपिक ऐसी है कि आप सब को खूब प्रभावित करेगी। मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नए मुकाम तक पहुंचाया है। आप यह मूवी मिताली राज की आंखों से देखेंगे। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना किया है। कई लोगों से काफी कुछ सुना है। उनको आज भी कई क्रिकेटर अपना आइडल मानते हैं।
बता दें, इससे पहले तापसी ने कभी भी क्रिकेट नहीं खेला था इसलिए उनको यह किरदार करने में काफी मुश्किल हुई थी। उनके मुताबिक मिताली राज की तरह शॉट्स खेलना काफी मुश्किल था। उन्होंने कहा कि, ‘यह बायोपिक एक खिलाड़ी के लिए नहीं बल्कि पूरी टीम को एक नई पहचान बनाने के ऊपर है। भारत में क्रिकेट को पूजा जाता है लेकिन महिला क्रिकेट के बारे में लोग पहले इतनी बातचीत नहीं करते थे।
अगर मिताली राज ना होती तो शायद भारतीय महिला क्रिकेट को वो पहचान ही ना मिलती जिसकी उनको जरूरत थी। उन्होंने वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम की कप्तानी की है और 23 सालों तक यह भार अपने कंधो पर उठाया है। सच में आपको काफी मजा आने वाला है।