हमने कुछ भी गलत नहीं किया – शाकिब अल हसन
अद्यतन - मार्च 17, 2018 1:25 अपराह्न
बांग्लादेश टीम के ड्रेसिंग रूम के बाहर लगा कांच का शीशा पूरी तरह से टूट गया तह जब टीम ने श्रीलंका के खिलाफ निदाहस ट्राफी के 6 वें मैच में जीत दर्ज करी और उसके बाद उन्होंने जिस तरह का बर्ताव किया उसके कारण ही इस शीशे को भी टूटना बताया जा रहा है. बांग्लादेश की टीम ने एक बेहद रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका को हारकर इस ट्राई सीरीज के फाइनल मैच में अपनी जगह को बना लिया है जहाँ पर उसका मुकाबला भारत के साथ रविवार को होगा. लेकिन शाकिब अल हसन की कप्तानी वाली टीम ने बेहद नीचता वाला व्यवहार इस मैच में किया है.
सीसीटीवी पता चलेगा
आर प्रेमदासा स्टेडियम के ग्राउंड स्टाफ ने वहां पर लगे सीसीटीवी को चेक करने के लिए कहा है जिसके बाद उन्हें इस बात का पता चल सकेगा कि किसने इस शीशे को तोड़ा है जिसके बाद जुर्माना लगाया जा सके. वैसे इस घटना में किसी को भी चोट नहीं आयीं है लेकिन जिस तरह बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने ऐसा किया उसके बाद उनकी आलोचना हर जगह पर हो रही है.
मैने वापस नहीं बुलाया
इस मैच में उस समय झगड़ा शुरू हुआ जब बांग्लादेश की टीम को जीतने के लिए 12 रन आखिरी ओवर में चाहिए थे और उस समय पहली दो गेंद बाउंसर आने के बाद अंपायर ने उसे नो बॉल नहीं दिया जिसके बाद शाकिब को गुस्सा आ गया और उन्होंने अपने खिलाड़ियों को मैदान से वापस बुलाने लगे लेकिन इस पर शाकिब ने कहा कि “मैंने उन्हें वापस नहीं बुलाया था बल्कि मैं उनसे कह रहा था कि खेलो जाकरआप दोनों तरह से इस बात को नहीं समझा सकते है.”
ये सही निर्णय नहीं था
शाकिब ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि “ये सब इस पर निर्भर करता है कि आप सारी बातों को किस तरह से देखते है. यदि हम पूरे मैच की बात करे तो वो अधिक अच्छा होगा क्योंकी जो भी कुछ स्केवयर लेग अंपायर ने पहले नो बॉल दी उसके बाद चर्चा करके उसे रद्द कर दिया तो मुझे लगता है कि यह को सही निर्णय नहीं था. मैं पहली गेंद के बाद नहीं जानता क्या हुआ जो बी एक बाउंसर गेंद ही थी और उसके बाद दूसरी गेंद भी जिसे अंपायर को नो बॉल देना चाहिए था.”