आईपीएल 2022 में सिर्फ 6 मैच खेलकर एमएस धोनी से काफी कुछ सीख गए सिमरजीत सिंह
आईपीएल 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था।
अद्यतन - जून 5, 2022 4:35 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)2022 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। उनकी टीम कुल 14 मुकाबलों में सिर्फ 4 में जीत दर्ज की थी और अंक तालिका में 9वें पायदान पर रही थी। हालांकि टीम के कुछ युवा खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया था। टीम के तेज गेंदबाज सिमरजीत सिंह ने इस सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन किया।
बता दें, सिमरजीत को CSK ने इस साल के मेगा ऑक्शन में अपनी टीम में शामिल किया था और उन्होंने अपना डेब्यू सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ किया था। सिमरजीत ने इस लीग में कुल 6 मुकाबले खेले थे जिसमें उन्होंने 7.67 की इकोनॉमी रेट से 4 विकेट अपने नाम किए थे। हाल ही में सिमरजीत ने बताया कि कैसे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ना ही सिर्फ उनको बल्कि टीम में आए सभी युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
माही भाई की वजह से मैंने यह सीखा कि तनाव भरे मुकाबलों में कैसे शांत रहा जाता है: सिमरजीत सिंह
सिमरजीत सिंह ने CSK TV के हवाले से कहा कि, माही भाई से मैंने यह सीखा कि तनाव भरे मुकाबलों में कैसे शांत रहा जाता है। टीवी में उनको देखना काफी अलग बात है क्योंकि किसी को यह मालूम नहीं होता कि वो कब अपना आक्रामक रूप गेंदबाज के सामने ला सकते हैं। सामने से वो हमेशा मुझे प्रेरित करते थे साथ ही और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कहते थे। माही भाई ने कहा था कि मैं गेंदबाजी अच्छी करता हूं और मैं उनके इन शब्दों को हमेशा याद रखूँगा।
उन्होंने आगे कहा कि, जब मुझे पता चला कि मैं SRH के खिलाफ डेब्यू करने जा रहा हूं तो मैंने सबसे कहा कि मैं थोड़ा सा भी घबराया नहीं हूं लेकिन सच्चाई ये थी कि मैं अंदर से काफी डरा हुआ था। जब मैं स्टेडियम में पहली बार घुसा तो दर्शकों को देखकर एक अलग ही डर मन में आ गया था। जब आप बेंच में बैठे होते हैं और जब आप प्लेइंग XI में होते हैं तो दोनों में काफी अंतर् होता है। बाहर से मैं शांत दिखने की कोशिश कर रहा था लेकिन अंदर से मैं काफी डरा हुआ था।
मैंने सिर्फ अपनी योजनाओं के तहत गेंदबाज़ी की थी: मुकेश चौधरी
CSK में इस साल एक और युवा खिलाड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने इस सीजन में 13 मुकाबलों में 16 विकेट अपने नाम किए थे। उनको नई गेंद से काफी मदद मिली और उन्होंने लगातार शुरुआती ओवरों में घातक गेंदबाजी करते हुए दूसरी टीम को दबाव में रखा था। मुकेश की माने तो कोचिंग स्टाफ ने शुरुआती दो मुकाबलों में उनकी बहुत मदद की थी।
मुकेश चौधरी ने कहा कि, मुझे हमेशा भरोसा था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। शुरुआती दो मुकाबलों के बाद मुझे काफी दबाव महसूस हो रहा था। मैं बस यही सोचता रहता था कि क्या गलती कर रहा हूं। उन मुकाबलों के बाद लगा कि अब प्लेइंग XI में मेरी जगह कोई और ले सकता है। लेकिन टीम के कोच और बाकी लोगों ने मेरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि IPL एक अलग फॉर्मेट में खेले जाने वाला टूर्नामेंट है तो आपको काफी समझ के साथ गेंदबाजी करनी होगी।