तीन विकेट गंवाने के बाद कैब पकड़कर होटल लौट जाना चाहते थे दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच
अद्यतन - जनवरी 6, 2018 9:10 अपराह्न

दक्षिण अफ्रीका ने भारत के विरुद्ध केपटाउन में खेले जा रहे पहले टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। मगर शुरुआत में ही दक्षिण अफ्रीकी टीम 3 बडे विकेट गंवा बैठीं तो कप्तान फाफ डु प्लेसिस के पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर सवाल खड़े होने लगे।
भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने पहली ही ओवर की तीसरी गेंद पर सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर को शून्य रन पर ही वापिस भेज दिया। उसके पश्चात एडन मार्कराम और हाशिम अमला को भी अगले दो ओवरों में भुवनेश्वर कुमार ने पेवेलियन का रास्ता दिखा दिया। केवल 12 रनों पर ही दक्षिण अफ्रीका ने उपरी क्रम के तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिये तो पूरा दक्षिण अफ्रीकी खेमा परेशानी में पड़ गया।
जब बल्लेबाजी कोच ने कैब बुलाकर होटल चले जाने का सोचा
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच डेल बेंकिस्टीन ने पहला दिन खत्म होने के बाद कहा कि “सौभाग्यवश मेरा फोन मेरे पास नहीं था वरना में उबेर बुलाकर होटल वापिस लौटने के बारे में सोचने लगा था। भारत के पास जिस तरह का उच्च स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण है इसे देखकर उस वक्त पर (12 रनों पर 3 विकेट गिरने के समय पर) मैं यही विचार कर रहा था कि हम कैसे रन बनायेंगे।”
आपको बता दें कि इस मुश्किल स्थिति से दक्षिण अफ्रीका को बचाने की जिम्मेवारी एबी डीविलियर्स ने बखूबी निभाते हुए 65 रनों की लाजवाब पारी खेली। एबी डीविलियर्स और कप्तान फाफ डु प्लेसिस के बीच शतकीय साझेदारी हुई जिसकी मदद से दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 286 रन बनाने में कामयाब रही।
कोच बेंकिस्टीन ने एबी डीविलियर्स की जमकर तारीफ की
एबी डीविलियर्स की तारीफ करते हुए बेंकिस्टीन ने बताया कि “वो एबी डीविलियर्स की प्रतिभा और कप्तान डु प्लेसिस की दृढता ही थी, उस साझेदारी की बदौलत हमने खेल में वापसी की और ड्रेसिंग रूम में भी विश्वास फिर से बढने लगा। खास कर उस एक ओवर में ही एबी डीविलियर्स ने खेल का रुख पलट कर रख दिया जिसके चलते विपक्षी गेंदबाजों को अपनी लेन्थ बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा।”
उल्लेखनीय है कि, यहां पर कोच बेंकिस्टीन उस ओवर की बात कर रहे है जब एबी डीविलियर्स ने आक्रामक रुख अपनाते हुए भुवनेश्वर कुमार की एक ओवर में चार चौके जड़कर 17 रन बना दिये थे। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने खेल में शानदार वापसी की थी और भारतीय गेंदबाजों पर लगातार दबाव बनाये रखा था।