IPL 2022: “बेवकूफ..”: रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के साथ उनके कार्यकाल के दौरान कमेंटरी से दूर रखने के लिए BCCI को सुनाई खरी-खोटी
भारतीय टीम से जुड़ने के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने रवि शास्त्री को कमेंटरी करने से प्रतिबंधित कर दिया था।
अद्यतन - मार्च 23, 2022 5:06 अपराह्न
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री लंबे समय तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कमेंटरी करने से रोकने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर जमकर बरसे है। वह पांच साल से भी अधिक समय के बाद एक बार फिर माइक के पीछे अपनी वापसी करने के लिए तैयार हैं।
साल 2014 में भारतीय क्रिकेट टीम का निदेशक और फिर साल 2017 में राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच बनने से पहले, पूर्व कप्तान एक सफल और जानेमाने टेलीविजन ब्रॉडकास्टर थे। पूर्व ऑलराउंडर को केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ कमेंटरी करने वाले में से एक माना जाता था। माइक के पीछे उनकी शानदार आवाज कई वर्षों तक भारतीय क्रिकेट का पर्याय बन गई थी।
हालांकि, भारतीय टीम से जुड़ने के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने रवि शास्त्री को कमेंटरी करने से प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन अब एक बार फिर उनकी जादुई आवाज फैंस के कानों में गूंजने वाली है, क्योंकि उन्हें आगामी आईपीएल (IPL) 2022 के लिए स्टार स्पोर्ट्स ने हिंदी कमेंटरी के लिए चयनित किया है।
रवि शास्त्री ने बीसीसीआई (BCCI) को लगाई फटकार
आगामी आईपीएल (IPL) 2022 के लिए कमेंटरी बॉक्स में लौटने से पहले रवि शास्त्री ने बताया वह कभी भी कमेंटरी से दूर नहीं रहना चाहते थे, लेकिन बीसीसीआई (BCCI) के “मुर्ख संविधान” में “बेवकूफ कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट खंड” के कारण उन्हें मजबूर अपने पसंदीदा काम से दूर रहना पड़ा।
रवि शास्त्री ने आईपीएल के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर्स स्टार स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा: “टीवी पर वापसी को लेकर बेहद खुश हूं। मेरे लिए आईपीएल, क्रिकेट की गुणवत्ता के बारे में है। माइक के पीछे वापसी और प्रतियोगिता को करीब से देखना रोमांचक है।”
पिछले पांच वर्षों में कमेंटरी बॉक्स से खुद को दूर करने के पीछे के कारणों का खुलासा करते हुए पूर्व कप्तान ने बताया: “यह आईपीएल का 15वां संस्करण है। मैंने आईपीएल के पहले 11 सीजनों में कमेंटरी की और फिर बीसीसीआई (BCCI) के बेवकूफ संविधान के बेवकूफ कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट खंड के कारण मुझे पिछले पांच वर्षों तक कमेंटरी बॉक्स से दूर रहना पड़ा।”
आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जस्टिस आरएम लोढा पैनल की सिफारिशों पर तैयार किया गया बीसीसीआई (BCCI) का नया संविधान भारतीय क्रिकेट बोर्ड के तहत कार्य करने वाले किसी भी व्यक्ति को एक ही समय में दो या दो से अधिक भूमिकाएं लेने की अनुमति नहीं देता।