मेलबर्न वनडे में भारतीय गेंदबाज़ों ने बोला हल्ला, अब सीरीज़ मुट्ठी में करने के लिए बल्लेबाज़ों को दिखाना होगा कमाल!
अद्यतन - Jan 18, 2019 11:51 am

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में भारतीय गेंदबाज़ों के सामने कंगारू बल्लेबाज़ पूरी तरह सरेंडर कर गए। पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेंदबाज़ों का सामना डटकर नहीं कर सकी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक के बाद एक झटके मिलते रहे। जिसके बाद आखिरी वनडे मैच में कंगारू टीम 250 रनों के आंकड़ें को भी नहीं छू पाई। युजवेंद्र चहल ने अपनी फिरकी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को उलझाते हुए कमाल कर दिया।
चहल ने मेलबर्न वनडे में 42 रन देकर 6 विकेट चटकाकर बेहतरीन वापसी करते हुए आगामी वर्ल्डकप के लिए भी अपना दावा ठोका। पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 48.4 ओवरों में 230 रन बनाकर सिमट गई। अब सीरीज़ जीतने के लिए भारतीय बल्लेबाज़ों को उम्दा बल्लेबाज़ी करनी होगी।
भुवनेश्वर कुमार का तोड़ नहीं ढूंढ पाए कंगारू बल्लेबाज़
जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की। भुवनेश्वर कुमार ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को एलेक्स कैरी के रूप में पहला झटका दिया। इसके बाद उन्होंने 3 मैचों की सीरीज़ में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच को लगातार तीसरी बार आउट किया।
भुवनेश्वर ने 2 विकेट चटकाए। शुरुआती झटको से कंगारू टीम उभर नहीं पाई और 250 रनों के आंकड़े को भी नहीं छू पाई।
हैंड्सकॉँम्ब ने खेली संकटमोचक पारी
कंगारू टीम के लिए हालात और बुरे हो सकते थे। अगर उसके बल्लेबाज़ हैंड्सकांम्ब ने 58 रनों की पारी नहीं खेली होती।
हैंड्सकांम्ब ने 63 गेंदों में 58 रनों की दमदार पारी खेली। हालांकि मैक्सवेल ने भी शुरुआत में आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए कंगार टीम को मैच में वापस लाने की कोशिश की, लेकिन शमी की एक तेज़ गेंद को वह पढ़ने से चूक गए और भुवनेश्वर कुमार को कैच दे बैठे। मैक्सवेल ने 19 गेंदों में 26 रन ठोके। उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके लगाए।