साउथ अफ्रीका में ‘खिलाड़ी नंबर 321’ लेगा टीम इंडिया का ‘टेस्ट’
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - दिसम्बर 1, 2017 5:51 अपराह्न

साउथ अफ्रीका यानी वो सरजमीं जहां टेस्ट सीरीज जीतना भारतीय टीम के लिए आज भी सपना है। इस सपने को साकार करने की चुनौती इस बार विराट की टीम पर है, जो हर मैच, हर सीरीज के साथ कोई ना कोई रिकॉर्ड या तो कायम करती दिख रही है, या फिर पुराने रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करती। सवाल है तो फिर क्या दक्षिण अफ्रीका में भी नया इतिहास लिखा जाएगा।
साउथ अफ्रीका में सफलता की कहानी लिखने के लिए भारतीय टीम की सबसे मजबूत कड़ी है उसकी बल्लेबाजी , जिसमें कप्तान विराट के अलावा रहाणे, पुजारा, रोहित, विजय और धवन जैसे बड़े नाम हैं। इन सभी का हालिया फॉर्म भी जबरदस्त है। इन बल्लेबाजों ने ना सिर्फ घरेलू सीजन में रन बनाए हैं, बल्कि उससे पहले वेस्टइंडीज और श्रीलंका में भी ताबड़तोड़ पारियां खेली है। लेकिन, नए साल में भारतीय उप-महाद्वीप के बाहर यानी कि साउथ अफ्रीका की तेज और बाउंसी पिचों पर रन बरसाते वक्त इन्हें थोड़ी सावधानी बरतनी होगी । क्योंकि, प्रोटियाज टीम का खिलाड़ी नंबर 321, इनके लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक, टीम इंडिया के लिए जितना मुश्किल स्टेन, मॉर्केल और फिलेंडर को खेलना नहीं होगा उससे कहीं ज्यादा मुश्किल साउथ अफ्रीका के उस खिलाड़ी नंबर 321 के टेस्ट को पास करना होगा। दरअसल, दक्षिण अफ्रीकी टीम का ये खिलाड़ी नंबर 321 तेज गेंदबाज कैसिगो रबाडा हैं। रबाडा साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट खेलने वाले 321वें खिलाड़ी हैं और वो इस वक्त प्रोटियाज पेस बैटरी के सबसे अहम हथियार हैं।
साउथ अफ्रीका में रबाडा का गेंदबाजी औसत 18.09 का है, जो स्टेन, मॉर्केल और फिलेंडर के मुकाबले कहीं बेहतर हैं। इस औसत के साथ रबाडा ने अपनी सरजमीं पर खेले 10 टेस्ट में 61 विकट चटकाए हैं। इसके अलावा रबाडा इस वक्त टेस्ट रैंकिंग में नंबर 3 गेंदबाज हैं और साल 2017 में टेस्ट विकेटों का अर्धशतक पूरा करने वाले सबसे पहले गेंदबाज भी हैं। यही वजह है कि गावस्कर रबाडा को भारतीय बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं ।
हालांकि, भारत के खिलाफ रबाडा के नाम 3 टेस्ट में 2 विकेट ही दर्ज हैं । लेकिन ये तीनों टेस्ट उन्होंने भारतीय सरजमी पर खेले हैं ना कि अपनी सरजमीं पर। ऐसे में नए साल में जब पहली बार रबाडा नाम की पेस बैटरी के सामने भारतीय बल्लेबाज साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर खेलने उतरेंगे, तभी उनके फॉर्म, तकनीक और काबिलियत का असली टेस्ट होगा। अगर भारतीय बल्लेबाज रबाडा की रबर ढीली करने में कामयाब रहे तो इसमें कोई संदेह नहीं कि अब तक सिर्फ 2 टेस्ट जीतने वाली टीम इंडिया इस बार पहली सीरीज भी जीत सकती है।
लेखक- कुमार साकेत