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मखाया एंटिनी सालो तक जूझे थे साउथ अफ्रीकी टीम में नस्लवाद से, बेटे ने सुनाई दुखभरी दास्तां
साउथ अफ्रीका के लिए करीब 13 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला था मखाया एंटिनी ने
अद्यतन - फरवरी 5, 2024 2:40 अपराह्न
साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया एंटिनी (Makhaya Ntini) के बेटे थांडो एंटिनी (Thando Ntini) के एक बड़े बयान ने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया है। थांडो ने कहा है कि उनके पिता सालो तक साउथ अफ्रीकी टीम में नस्लवाद (Racism) का शिकार हुए थे।
गौरतलब है कि मखाया एंटिनी ने करीब 13 साल तक साउथ अफ्रीका के लिए क्रिकेट खेला और वह साउथ अफ्रीका के पहले अस्वेत क्रिकेटर थे, जिन्हें प्रोटीज टीम के कुछ बेहतरीन तेज गेंदबाजों के नाम पर याद किया जाता है। हालांकि, अब उनके बेटे द्वारा दिए एक बयान ने हलचल मचा दी है।
थांडो एंटिनी के बयान से क्रिकेट जगत में मची खलबली
बता दें कि द लोड शेड (The Load Shed) पाॅडकास्ट पर बात करते हुए थांडो एंटिनी ने मखाया एंटिनी को लेकर कहा- वह (मखाया) हर दिन टीम में अपनी लाइफ के लिए संघर्ष कर रहे थे। टीम में एक मात्र (अस्वेत) खिलाड़ी होने के नाते उनसे यह सुनना काफी बेकार था। उन्हें कितनी बार उन सज्जनों के साथ डिनर के लिए बुलाया गया था।
तो वहीं जब साल 2020 में लुंगी एंगीडी ने क्रिकेट जगत से अपील की थी कि वह नस्लवाद के खिलाफ खड़ें हो तो उस समय साउथ अफ्रीकन ब्राॅडकास्टिंग को-ऑपरेशन को दिए एक इंटरव्यू में मखाया एंटिनी ने कहा था-
मैं उस समय हमेशा अकेला रहता था। डिनर के लिए कोई मेरा दरवाजा नहीं खटखटाता था। टीम के साथी खिलाड़ी मेरे सामने प्लान बनाते थे, लेकिन मुझे उसमें शामिल नहीं करते थे। ब्रेकफास्ट रूम में कोई भी मेरे साथ बैठने नहीं आता था।
हम एक जैसी ही यूनिफाॅर्म पहनते थे और एक जैसा राष्ट्रगान गाते हैं, लेकिन मुझे उस दौर से उबरना पड़ा था। मैं अपना किट बैग बस ड्राइवर को देता था और फिर दौड़कर मैदान की ओर जाता था। मुझे वापिस आते समय भी ऐसा ही करना पड़ता था।
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