रविचंद्रन अश्विन के रिकॉर्ड में गजब का संयोग
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - नवम्बर 28, 2017 3:17 अपराह्न
कहते हैं रिकॉर्ड बनते ही हैं टूटने क लिए। नागपुर में रविचंद्रन अश्विन ने भी एक रिकॉर्ड अपने नाम किया। लेकिन इस रिकॉर्ड की खास बात ये रही कि इसमें एक गजब का संयोग छिपा है। नागपुर टेस्ट में अश्विन ने जैसे ही श्रीलंकाई बैटिंग ऑरडर का आखिरी विकेट चटकाया, वो टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए।
अश्विन ने इस मामले में 36 साल पुराने डेनिस लिली के रिकॉर्ड को तोड़ा। लेकिन संयोग ये है कि लिली के इस रिकॉर्ड को बनाने और अश्विन को इसे तोड़ने का साल और सदी भले ही कुछ और हो पर तारीख और महीना एक है। टेस्ट क्रिकेट में लिली ने अपना 300वां शिकार 27 नवंबर 1981 को किया था और ये 20वीं सदी थी। जबकि लिली के कायम किए कीर्तिमान को अश्विन ने जब तोड़ा तो साल 2017 था और सदी 21वीं थी। लेकिन तारीख और महीना वही थे यानी 27 नवंबर ।
टेस्ट क्रिकेट में अपना 300वां शिकार करते हुए अश्विन ने कुछ और कीर्तिमानों को भी अपने नाम किया। एक कलेंडर ईयर में लगातार तीसरी बार 50 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले वो शेन वॉर्न और मुरलीधरन के बाद दुनिया के तीसरे स्पिनर हैं। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर 300 विकेट लेने वाले स्पिनर भी हैं। इस मामले में उन्होंने वॉर्न के रिकॉर्ड को तोड़ा है।
अश्विन ने 300 शिकार 15,634 गेंदों में किए है जबकि शेन वॉर्न ने यहां तक पहुंचने के लिए 18501 गेंदें फेंकी थी। इसके अलावा अश्विन ने एक कलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा 3 बार फिफ्टी प्लस विकेट लेने के कुंबले और हरभजन के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। वहीं साल 2017 में फिफ्टी प्लस विकेट लेने वाले अश्विन दुनिया के चौथे और भारत के पहले गेंदबाज हैं।
एक मैच में अश्निन ने इतने रिकॉर्ड तो गढ़े हैं लेकिन लिली के रिकॉर्ड को ब्रेक करना उनकी उपलब्धि में सबसे ऊपर है। और, ये खास भी है क्योंकि इसमें एक दिलचस्प संयोग है। हो सकता है कि भविष्य में लिली की ही तरह अश्विन का भी रिकॉर्ड टूट जाए लेकिन लिली और अश्विन के बीच के संयोग को तोड़ना किसी के लिए शायद ही मुमकिन हो पाए।
लेखक- कुमार साकेत