स्ट्राइक रेट को लेकर मिताली राज ने रखी अपनी राय, कहा- यह महत्वपूर्ण है लेकिन टी20 क्रिकेट में इससे..... - क्रिकट्रैकर हिंदी

स्ट्राइक रेट को लेकर मिताली राज ने रखी अपनी राय, कहा- यह महत्वपूर्ण है लेकिन टी20 क्रिकेट में इससे…..

अगर पिच मुश्किल है और आप विकेट खो रहें हैं तो यह स्ट्राइक रेट पर बस निर्भर नहीं रह सकते हैं।

Mithali Raj
Mithali Raj, Captain of India. (Photo by Harry Trump-IDI/IDI via Getty Images)

महिला क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मिताली राज ने स्ट्राइक रेट को लेकर अपनी राय रखी है। बता दें वह टी-20 इंटरनेशनल में 30 से अधिक की औसत रखने वाली एकमात्र भारतीय महिला क्रिकेटर है। दरअसल मिताली राज ने हाल ही में अनकैप्ड क्रिकेटर और इम्पैक्ट प्लेयर की भूमिका के बारे में बात करती नजर आई।

पावर हीटिंग की तुलना में चौके मारना उन्हें ज्यादा पसंद हैं- मिताली राज

मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल कि, टी20 में बीच के ओवरों में विराट कोहली जैसे खिलाड़ी संघर्ष करते नजर आते हैं। इसपर जवाब देते हुए मिताली राज ने कहा कि हर खिलाड़ी अलग होता है। दरअसल पावर हीटिंग की तुलना में चौके और विकेटों के बीच दौड़ने पर वह बहुत अधिक निर्भर करते हैं। इस आईपीएल में वह जिस तरह से शुरुआत कर रहे हैं वह शानदार है। तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट काफी अच्छा है। इसके लिए उन्होंने जरूर काफी मेहनत की होगी।

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, इस सीजन में हमने स्पिनर्स के खिलाफ उनके स्ट्राइक रेट में गिरावट देखी क्योंकि तेज गेंदबाज के खिलाफ आपका फुटवर्क आगे या पीछे हो सकता है लेकिन स्पिनर के खिलाफ अलग है। हालांकि हमें ध्यान रखना होगा कि पहले 6 ओवर के बाद गेम अलग हो जाता है, बॉउंड्री के पास ज्यादा फील्डर होते हैं, ऐसे में स्ट्राइक रेट थोड़ा नीचे हो जाता है। लेकिन यह ज्यादा कम नहीं होना चाहिए।

वहीं टी20 में स्ट्राइक रेट और एवरेज पर बात करते हुए मिताली राज ने कहा कि, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। अगर आप रन बना रहे हैं तो आपसे ज्यादा रन बनाने और स्ट्राइक रेट बेहतर रखने की उम्मीद की जाती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां बल्लेबाजी करते हो क्योंकि अगर आप सलामी बल्लेबाज है तो पॉवरप्ले में काफी मेहनत करनी होगी। अधिक से अधिक रन बनाने का यह खास मौका है।

उन्होंने आगे कहा कि, लेकिन अगर पिच मुश्किल है और आप विकेट खो रहें हैं तो यह स्ट्राइक रेट पर बस निर्भर नहीं रह सकते हैं। तब स्थिति के अनुसार आप बल्लेबाजी करते हो, साथ ही आपकी टीम का मांग भी आप ध्यान रखते हो। इसके साथ ही इम्पैक्ट प्लेयर के बारे में उन्होंने कहा कि, यह ऑलराउंडर की भूमिका को कम करता है। अगर आप इम्पैक्ट प्लेयर बल्लेबाज हैं तो हमने इस आईपीएल में देखा है कि बल्लेबाजी क्रम 9वें नंबर पर भी चला जाता है।

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