न्यूजीलैंड टीम के मुख्य कोच ने इशारों में बताया कि वह भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शामिल कर सकते हैं 3 स्पिन गेंदबाज
न्यूजीलैंड टीम के मुख्य कोच ने कहा कि हम पिच को देखने के बाद ही कोई फैसला लेंगे।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - नवम्बर 23, 2021 6:43 अपराह्न
न्यूजीलैंड टीम के लिए भारतीय दौरे का आगाज उम्मीद के अनुसार नहीं रहा। जिसमें टीम को 3 मैचों की टी-20 सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। वहीं अब उसे भारत के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का भी होगी जिसके चलते यहां कोई गलती उनके लिए काफी भारी पड़ सकती है।
भारतीय पिचों पर टेस्ट क्रिकेट में हमेशा स्पिन गेंदबाजों की भूमिका काफी अहम हो जाती है, जिसको लेकर कीवी टीम के मुख्य कोच गैरी स्टीड ने भी अपने हालिया बयान में कबूल किया है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का पहला टेस्ट मैच 25 नवंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां कि पिच पर अभी तक स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला साफतौर पर देखने को मिला है।
कीवी टीम के पास टेस्ट सीरीज के लिए इस समय स्पिन गेंदबाजी के 5 विकल्प मौजूद हैं, जिसमें मिचल सेंटनर, एजाज पटेल, विलियम सोमरविले, ग्लेन फिलिप्स और अनकैप्ड खिलाड़ी रचिन रवींद्र मौजूद हैं।
गैरी स्टीड ने इस मैच को लेकर हुई प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, आपको यह देखना चाहिए कि जब टीम यहां का दौरा करती हैं तो उन्हें जीत हासिल नहीं होती है। जिसका कारण यहां पर सभी के लिए जिस तरीके की चुनौती देखने को मिलती है उसका सामना करना आसान काम नहीं है। जहां पारम्परिक तौर पर एक टेस्ट मैच में टीम 4 तेज गेंदबाज और 1 स्पिनर के साथ मैदान पर उतरती हैं वहीं यह भारत में पूरी तरह से विपरीत दिखाई देता है।
पिच देखने के बाद हम तय करेंगे प्लेइंग इलेवन
वहीं पहले टेस्ट मैच को लेकर अपने प्लेइंग इलेवन पर कीवी टीम के मुख्य कोच ने बात करते हुए कहा कि, हम पिच को देखने के बाद यह तय करेंगे कि क्या हमें 3 स्पिन गेंदबाज टीम में शामिल करने चाहिए या नहीं। क्योंकि इसमें किसी तरह का संदेह नहीं है कि यहां के हालात हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। लेकिन जो सबसे बड़ा अंतर वह यह कि हमें 2 टेस्ट मैच अलग-अलग मैदानों पर खेलने हैं।
स्टीड ने आगे कहा कि, हमें हालात के अनुसार खेलने की कोशिश करनी होगी ताकि हम बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब हो सके। क्योंकि कोरोना महामारी के इस दौर में अभ्यास मैच का मिलना काफी कठिन हो गया है।