विराट कोहली ने खुद बताया की धोनी एक सलाह से बचा हुआ है उनका करियर
केपटाउन टेस्ट के पहले विराट कोहली ने बताया कि किस प्रकार महेन्द्र सिंह धोनी ने उनके खेल को सुधारने के लिए उनकी मदद की थी।
अद्यतन - जनवरी 10, 2022 7:03 अपराह्न
कल से केपटाउन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच कई सीरीज के लिहाज से दोनों टीमों के लिए निर्णायक होगा। इसी बीच भारत के लिए राहत की खबर यह है कि पिछले मैच में चोट के कारण बाहर रहे कप्तान विराट कोहली तीसरे मैच बतौर कप्तान मैदान पर उतरेगें। मैच पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विराट कोहली टीम को लेकर सवालों के जबाव दिये।
पिछले मैच के कप्तान के एल राहुल की कप्तानी पर बात करते हुए विराट कोहली ने कहा कि के एल राहुल ने पिछले मैच में बेहद संतुलित ढ़ंग से टीम का नेतृत्व किया। मैदान पर उनका पूरा फोकस था कि किस तरह से विकेट लिये जाएं और टीम को मजबूत स्थिति में लाया जाए। उनके प्लान्स और फील्ड प्लेसमेंट्स यह नजर भी आया।
वहीं मैच के नतीजे पर बात करते हुए विराट कोहली ने कहा कि इस बात में कोई दोहराए नहीं है कि साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसमें एक कप्तान के तौर पर केएल राहुल ने सही इन्टेंट का प्रदर्शन किया।
विराट बोले- मैं मैदान पर 8 महीने में एक गलती करता हूं
ऋषभ पंत के लगातार निराशाजनक प्रदर्शन और गलत शॉट सिलेक्शन पर भी विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात की। उन्होनें कहा कि मैनें अभ्यास के दौरान ऋषभ पंत से इस बारे में बात की थी। विराट ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर जब आप ऐसी गलतियां करते हैं तो आपको पता होता कि आप क्या गलत कर रहे हैं। खिलाड़ी जितने जल्दी इस बात को समझ लेता है उतनी तेजी से सुधार की शुरूआत होती है।
विराट कोहली ने आगे बात करते हुए कहा कि सभी प्लेयर कभी न कभी अपने करियर में ऐसी गलतियां करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी गलती को ढूंढे और उसे स्वीकार करें।
अपने करियर का उदाहरण देते हुए कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उन्होनें कई बार बताया कि धोनी ने उनके खेल को लेकर कई बार मदद की है। उन्होनें बताया कि धोनी ने उनसे कहा था कि एक गलती के बीच कम से कम 7 से 8 महीनों का अंतर होना चाहिए। कोहली ने कहा कि उन्होनें ने इस बात को माना जिससे उन्हें अपने खेल को सुधारने में काफी मदद मिली।