“बैटिंग प्रैक्टिस ही कर लेते” ऋषभ पंत पर आया वीरेंद्र सहवाग को गुस्सा; जानें क्यों?
सहवाग का मानना है ऋषभ अंत तक नाबाद रह सकते थे भले टीम मैच न जीते, ऐसे में उन्हें बैटिंग प्रैक्टिस करने का मौका जरूर मिलता।
अद्यतन - अप्रैल 4, 2024 6:27 अपराह्न
IPL 2024 का 16वां मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच 3 अप्रैल को खेला गया था। KKR ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 272 रन बनाए थे। बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम 33 के स्कोर पर 4 अहम विकेट खो चुकी थी। जिसके बाद ऋषभ पंत और ट्रिस्टन स्टब्स के बीच 93 रनों की साझेदारी हुई। ऋषभ पंत (55) और ट्रिस्टन स्टब्स ने अर्धशतकीय पारी खेली।
लेकिन लक्ष्य इतना बड़ा था कि टीम को 106 रनों से हार झेलनी पड़ी। हार के तुरंत बाद, भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत के फॉर्म और KKR के खिलाफ उनके बैटिंग अप्रोच को लेकर उनकी आलोचना की है।
वीरेंद्र सहवाग ने पंत को कहा, “बैटिंग प्रैक्टिस ही कर लेते”
वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि ऋषभ पंत कोलकाता के खिलाफ गलत तरीके से आउट हुए हैं। उनके अनुसार पंत ने अपना विकेट थ्रो किया है। दरअसल, ऋषभ पंत रन चेज के दौरान ताबड़तोड़ शॉट्स लगा रहे थे। अपनी पारी का छठा सिक्स लगाने के चक्कर में वह वरूण चक्रवर्ती के खिलाफ विकेट गंवा बैठे। उन्होंने सिक्स लगाने के लिए बल्ला घुमाया लेकिन खराब टाइमिंग के वजह से गेंद हवे में ही रह गई और श्रेयस अय्यर ने उनका आसान कैच लपका।
पंत का विकेट गिरने के बाद सहवाग से रहा नहीं गया और उन्होंने कहा कि उन्हें अधिक सतर्क रहना चाहिए था। सहवाग उम्मीद कर रहे थे कि पंत को KKR के खिलाफ शतक बनाना चाहिए था। सहवाग ने समझाया कि पंत ने बीच के ओवरों में अच्छा क्रिकेट खेला लेकिन उन्हें अपना विकेट नहीं खोना चाहिए था। सहवाग का मानना है ऋषभ अंत तक नाबाद रह सकते थे भले टीम मैच न जीते, ऐसे में उन्हें बैटिंग प्रैक्टिस करने का मौका जरूर मिलता।
सहवाग के बयान पर डालें एक नजर
“पंत की पारी काफी अच्छी थी। लेकिन आपने पहले दो मैचों में ज्यादा स्कोर नहीं बनाया और अब जब आप रन बना रहे हैं, तो आप अपना विकेट दे रहे हैं। उन्हें क्रीज पर रुकना चाहिए था, और 110-120 रन बनाने चाहिए थे।”
“उनकी बल्लेबाजी अच्छी थी, वह फॉर्म में वापस आ गए हैं और शानदार स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं। आज वैसे भी पहले ओवर से पता था कि दिल्ली यह मैच हारने वाली है। यह सभी बल्लेबाजों के लिए बैटिंग प्रैक्टिस करने का मौका था। आपको नेट्स पर जाकर प्रैक्टिस करने के बजाय यहाँ 20 गेंदें और खेल लेनी चाहिए थी। अगर ऐसा कर लेते तो अगले मैच में बिना प्रैक्टिस के खेलने आ सकते थे।”