सहवाग की नींद कर देती थी सौरव गांगुली को बेचैन
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - नवम्बर 26, 2017 8:11 अपराह्न
जिस वीरेंद्र सहवाग की विस्फोटक बल्लेबाजी से विरोधी खौफ खाते थे, जिसे गावस्कर के बाद भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट का बेस्ट ओपनर मानते थे, उसी तूफानी बल्लेबाज को लेकर गांगुली ने अब एक बड़े राज से पर्दा उठाया है। गांगुली के मुताबिक नजफगढ़ के नवाब के तेवर जैसे क्रिकेट के मैदान पर दिखते थे, मैदान के बाहर वो उससे बिल्कुल परे थे। दरअसल, क्रिकेट फील्ड के बाहर उन्हें अपने अस्तित्व का अंदाजा नहीं था।
एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय क्रिकेट के सफल कप्तानों मं से एक गांगुली ने कहा, “मेरी टीम में सहवाग था, जो मेरी नजरों में सुनील गावस्कर के बाद सर्वश्रेष्ठ भारतीय ओपनर है। लेकिन, मैदान के बाहर एक इंसान के तौर पर वो जानते नहीं थे कि उनका भी कोई अस्तित्व है। वो सोते रहते थे, हमें टेस्ट मैच से पहले उन्हें जबरदस्ती जगाना पड़ता था।”
साल 2000 में गांगुली जब कप्तान बने तो भारतीय टीम फिक्सिंग जैसे विवादों के साए में थी। बतौर कप्तान गांगुली ने ना सिर्फ टीम को फिक्सिंग के विवादों से बाहर निकाला बल्कि एक ऐसी टीम भी तैयार की जो जीतना जानती थी। गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने ना सिर्फ अपनी सरजमीं पर जीत दर्ज की बल्कि विदेशों में जाकर भी विरोधियों से लोहा लेना शुरू किया।
49 टेस्ट में टीम इंडिया की कमान संभालने वाले गांगुली ने 21 टेस्ट मैच में टीम को जीत दिलाई। इस रिकॉर्ड के साथ तब वो भारत के सबसे सफल कप्तान भी बने। गांगुली के कप्तानी रिकॉर्ड को धोनी ने तोड़ा और अब विराट कोहली इन दोनों से एक कदम आगे बढ़ते हुए भारतीय क्रिकेट को सफलता की नई ऊंचाईयों पर ले जा रहे हैं।
गांगुली ने भारतीय क्रिकेट की जो टीम तैयार की थी, उन्हीं में से एक नाम वीरेंद्र सहवाग का भी था। सहवाग ने गांगुली की कप्तानी में खेले 31 टेस्ट मैच में 52.47 की औसत से रन बनाए। जबकि, बतौर ओपनर टीम इंडिया के लिए खेलते हुए 17 टेस्ट में उन्होंने 53.13 की औसत से 1169 रन बनाए। सहवाग के इन रिकॉर्ड से साफ है कि वो कितने लाजवाब बल्लेबाज थे और गांगुली की टीम के लिए कितने बड़े नायक थे।
लेखक- कुमार साकेत