51 के शगुन से विराट कोहली करेंगे स्मिथ की बराबरी - क्रिकट्रैकर हिंदी

51 के शगुन से विराट कोहली करेंगे स्मिथ की बराबरी

Virat Kohli
Virat Kohli. (Photo Source: Twitter)

नागपुर टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय कप्तान विराट कोहली की निगाहें 51 के शगुन पर होगी। ये एक ऐसा शगुन है जो ना सिर्फ नागपुर टेस्ट में श्रीलंका को हार की ओर धकेल देगा बल्कि भारतीय कप्तान विराट को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ के बराबर भी ला खड़ा करेगा। यानी नागपुर टेस्ट में 51 के शगुन से जुड़े विराट के सामने होंगे दो बड़े मिशन।

इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा वक्त में विराट और स्मिथ वर्ल्ड क्रिकेट के दो सबसे बड़े बल्लेबाज हैं। क्रिकेट के मैदान पर रनों को लेकर इन दोनों के बीच दिलचस्प होड़ सी रहती हैं। इनके बल्ले से निकलने वाले हर एक रन और शतक से आए दिन नए रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं।

ब्रिस्बेन टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जमाकर स्टीव स्मिथ ने जो कर दिखाया उससे हर कोई इत्तेफाक रखता है। ब्रिस्बेन टेस्ट की पहली पारी में स्मिथ ने 141 रन बनाए, जो कि उनके टेस्ट करियर की 21 सेंचुरी थी और साल 2016 से अब तक उनके बल्ले से निकली 8वीं सेंचुरी। सबसे कम पारियों में 21 टेस्ट शतक तक पहुंचने के मामले में स्मिथ ने सचिन का रिकॉर्ड तोड़ा है तो वहीं साल 2016 से अब तक सबसे ज्यादा 8 टेस्ट शतक ठोंककर वो विराट से आगे हो गए हैं। यानी अब नागपुर में विराट के पास 51 के शगुन के साथ स्टीव स्मिथ की बराबरी करने का  शानदार मौका है।

साल 2016 से अब तक विराट के नाम 7 टेस्ट शतक दर्ज हैं, जो कि इस दौरान जड़े ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के टेस्ट शतकों की संख्या से सिर्फ एक ही कम है। ऐसे में विराट अगर श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट की पहली पारी में इंटरनेशनल क्रिकेट का अपना 51वां शतक जड़ते हैं तो वो ना सिर्फ चंडीमल की टीम का चैन चुरा लेंगे बल्कि स्मिथ की बराबरी भी कर लेंगे।

कोहली के नाम टेस्ट क्रिकेट में 18 शतक और 15 अर्धशतक दर्ज हैं। इस आंकड़े से समझना मुश्किल नहीं है कि अर्धशतक को शतक में बदलने में विराट कितने माहिर हैं। यानी नागपुर टेस्ट के तीसरे दिन 51 के शगुन के साथ विराट की स्मिथ की बराबरी करने की पूरी उम्मीद है। सीरीज में लगातार दूसरा और इंटरनेशनल क्रिकेट का 51वां शतक लगाते ही भारतीय कप्तान विराट कोहली और उनके ऑस्ट्रेलियाई काउंटर पार्ट स्मिथ साल 2016 से अब तक की टेस्ट शतकों की रेस में एक बार फिर से साथ-साथ होंगे।

लेखक- कुमार साकेत

close whatsapp