दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है BCCI, लेकिन दिल्ली और मुंबई जैसे स्टेडियम में टॉयलेट तक नहीं है साफ
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम खेला गया था।
अद्यतन - फरवरी 21, 2023 11:45 पूर्वाह्न

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की गिनती दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड में की जाती है। विश्व क्रिकेट में बीसीसीआई का अपना अलग ही दबदबा है। अब बीसीसीआई महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही महिला प्रीमियर लीग का आयोजन करवाने जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस लीग के आने से महिला क्रिकेटर्स को वो नाम और प्रसिद्धि मिलेगी जिसकी वो हकदार है।
जाहिर तौर पर जब महिला प्रीमियर लीग का आगाज होगा तब स्टेडियम में बड़ी संख्या में महिला फैंस मैच देखने के लिए पहुंचेगी और वहां वो फैंस भी स्टेडियम में अच्छी सुविधाओं की उम्मीद करेंगे। लेकिन हाल ही में एक महिला फैन का ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और उस ट्वीट में वो बीसीसीआई के इंतजामात की पोल खुलती हुई नजर आ रही है।
आपको बता दें कि, हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया। शिल्पा फड़के नाम की एक महिला फैन मैच देखने के लिए स्टेडियम पहुंची, लेकिन वहां की सुविधाओं से वो खुश नहीं दिखी। इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर बीसीसीआई और जय शाह को टैग करते हुए कुछ ट्वीट किए।
फैन के ट्वीट ने खोल दी बीसीसीआई की पोल
शिल्पा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, पिछले 14 महीनों में क्रिकेट फैन होने के नाते मैंने अपनी जवान बेटी के साथ दो बड़े स्टेडियम में मैच देखे। दिल्ली, मुंबई में क्रिकेट देखना एक महिला फैन के लिए बुरे सपने से कम नहीं। यहां पहले तो साफ टॉयलेट नहीं मिलते और जो मिलते हैं वहां लाइट, पानी नहीं रहता है। ऐसे में महिला फैंस करें तो करें क्या?
Hey @BCCI @JayShah – in the past 14 months, having been a cricket spectator in 2 of India's biggest cities, along with my young daughter; here's an dxperience we don't wish to encounter ever again: absolutely disgusting toilets in both venues, at Wankhede as well as at Kotla. 1/n
— Shilpa Phadké 🇮🇳 (@phadke_shilpa) February 19, 2023
उन्होंने आगे कहा कि, ‘मुंबई स्थित स्टेडियम के महिला टॉयलेट ज्यादातर बंद थे। एक खुला मिला, जिसमें लाइट, पानी, डस्टबिन और टॉयलेट पेपर तक नहीं थे। गंदगी और अव्यवस्था के बीच मजबूरन मुझे अपनी 8 साल की बेटी को बताना पड़ा कि स्टेडियम का पानी पीने लायक नहीं है। स्टेडियम से बाहर जाने के बाद ही हम साफ पानी पी सकेंगे।’
In Mumbai, women's toilets were mostly all locked. When we finally found one open, there were no lights, no water, no trash bin, no toilet paper. Unclean WCs, unimaginable filth. I had to explain to my then 8 year old to not drink any more water until we exited the stadium. 2/n
— Shilpa Phadké 🇮🇳 (@phadke_shilpa) February 19, 2023
शिल्पा ने कहा, ‘दिल्ली स्टेडियम के वॉशरूम खुले मिले, जहां पानी तक नहीं आ रहा था। न डस्टबिन और न ही टॉयलेट पेपर मिले। गंदी फर्श के बीच पीने का पानी भी नहीं था। साफ-सुथरे और सुरक्षित वॉशरूम उपलब्ध कराना मैनेजमेंट की जिम्मेदारी है।’
In Delhi, we found more "open" toilets. But the pipes connecting the water supply to the flush tanks were missing. No trash cans, no toilet paper. So the floor got soaked and WCs remained dirty. Stinking mess. Again, rule#1 for women came into effect – no drinking water out 3/n
— Shilpa Phadké 🇮🇳 (@phadke_shilpa) February 19, 2023
शिल्पा ने आगे लिखा, ‘अगर BCCI महिला IPL आयोजित कराकर महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। तो उन्हें महिला फैंस को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देना चाहिए। जो फैंस हजारों रुपए देकर मैच देखने आ रहे हैं, उनके लिए कम से कम जरूरत भरी सुविधाएं तो मिलनी ही चाहिए।’
While the women's IPL is a step forward, and women in sports must get their fair due, women who follow sports and come out to watch the games must also be treated with some respect and in this case as paying customers who are asking for basic necessities to be made available. 5/n
— Shilpa Phadké 🇮🇳 (@phadke_shilpa) February 19, 2023