'यशस्वी-तिलक को ज्यादा मौके मिलने चाहिए उन्हें गेंदबाजी के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए'- आकाश चोपड़ा - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘यशस्वी-तिलक को ज्यादा मौके मिलने चाहिए उन्हें गेंदबाजी के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए’- आकाश चोपड़ा

यशस्वी जयसवाल और तिलक वर्मा ने शानदार अंदाज में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की है।

Yashasvi Jaiswal and Tilak Varma. (Image Source: BCCI Twitter)
Yashasvi Jaiswal and Tilak Varma. (Image Source: BCCI Twitter)

टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने वेस्टइंडीज में अपने टेस्ट डेब्यू पर आक्रामक शतक जड़ा। इसके बाद उन्होंने अपनी दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ा। मुंबई के बल्लेबाज ने इस महीने की शुरुआत में विंडीज के खिलाफ ही T20I डेब्यू किया और शानदार अर्धशतक लगाया। दूसरी ओर, तिलक वर्मा ने भी वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान अपने प्रदर्शन से सभी को समान रूप से प्रभावित किया।

फ्लोरिडा के लॉडरहिल में खेले गए पांचवें टी-20 मैच में कप्तान हार्दिक पांड्या ने तिलक वर्मा और यशस्वी जायसवाल का इस्तेमाल गेंदबाजी में भी किया था। तिलक वर्मा ने अपनी गेंदबाजी के दौरान इन-फॉर्म निकोलस पूरन का विकेट लिया। वहीं यशस्वी जयसवाल ने भी एक ओवर फेंका जिसमें उन्होंने 11 रन दिए।

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा चाहते हैं कि भारत आगे चलकर तिलक और यशस्वी की गेंदबाजी क्षमताओं का उपयोग करे। उन्होंने यह भी महसूस किया कि जहां तक ​​T20I क्रिकेट का सवाल है, वॉशिंगटन सुंदर को वापस टीम में लाया जाना चाहिए।

चोपड़ा ने X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, “टीम इंडिया में इस वक्त अधिकांश बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं करते हैं, ऐसे में भारतीय टीम में ऐसे बल्लेबाजों को आगे बढ़ाना शुरू करना चाहिए जो गेंदबाजी करते हैं। यशस्वी-तिलक को ज्यादा मौका मिलना चाहिए… और जितनी बार संभव हो गेंदबाजी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। वाशिंगटन सुंदर को भारत की टी-20 टीम में शामिल में किया जाना चाहिए।”

यहां देखिए आकाश चोपड़ा का वो पोस्ट

 

इन प्लेयर्स को आगे जाकर भारत की टी-20 टीम में मिल सकता है मौका

भारत ने आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज और एशियन गेम्स के लिए टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। हालांकि, टीम में ऐसे प्लेयर्स बहुत कम हैं जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों कर सकें। शाहबाज़ अहमद हैं जो यह काम कर सकते हैं, लेकिन टीम में पहले से रवींद्र जड़ेजा और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं जिस वजह से उनको मौका मिलने की सम्भावना कम है।

शिवम दुबे एक अच्छा विकल्प हो सकते थे, उनकी बल्लेबाजी में सुधार हुई है तो गेंदबाजी में वो पीछे है। वेंकटेश अय्यर एशियन गेम्स की टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ियों में से हैं। चोट से उबरने के बाद उन्होंने गेंदबाजी शुरू कर दिया है और उन्हें पूरी क्षमता से गेंदबाजी करने में समय लग सकता है। दीपक हुडा एक बेहतरीन विकल्प हो सकते थे क्योंकि वह अपनी ऑफ स्पिन में बहुत अच्छे हैं। एक ख़राब आईपीएल सीज़न के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।

 

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