रिटायरमेंट के पहले क्या युवराज सिंह की यह ख्वाहिश पूरी होगी?
अद्यतन - जनवरी 7, 2019 8:38 पूर्वाह्न
दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह कितने उम्दा खिलाड़ी हैं यह बात बताने की जरूरत नहीं है। उनका प्रदर्शन सब कुछ बयां करता है। भारत के खाते में कई जीत ऐसी हैं जो सिर्फ युवराज सिंह के कारण मिली हैं। युवराज ने अपने निर्भीक खेल की वजह कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। 2011 के विश्व कप की जीत में उनका योगदान सराहनीय है। इसके बाद उन्हें कैंसर हुआ और वहां भी उन्होंने विजय हासिल की। इन दिनों युवराज भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं।
कुछ महीनों बाद विश्व कप होने वाला है और युवी कि निगाह विश्व कप खेलने पर है। उनकी ख्वाहिश है कि वे विश्व कप में अपनी टीम का प्रतिनिधित्व करें। कोलकाता में उन्होंने कहा कि वे आगामी विश्व कप की टीम में जगह बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर खुद के साथ अच्छा होने की उम्मीद करूंगा।
युवी की इच्छा पूरी होना थोड़ी मुश्किल है क्योंकि इस समय कई भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में युवराज के लिए स्थान बनाना मुश्किल होगा। वे 37 साल के भी हो चुके हैं। साथ ही उन्हें कुछ अवसर भी मिले थे, जिसका वे फायदा नहीं उठा पाए। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन स्तरीय नहीं रहा, लेकिन युवराज ने उम्मीद का साथ नहीं छोड़ा है और वे रणजी ट्रॉफी में खेल कर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करने में जुटे हुए हैं।
आईपीएल में युवराज को मुंबई इंडियन ने उनके आधार मूल्य पर टीम से जोड़ा है। युवराज आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। वे कहते हैं कि मैं अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रहा हूं। भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन से युवराज खुश हैं। चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन की वे तारीफ करते हैं।
संन्यास के संकेत
युवराज कहते हैं कि क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है। जब मैं इस खेल को अलविदा कहूं तो अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहूं। मैं किसी पछतावे के साथ नहीं जाना चाहता हूं। यानी कहीं न कहीं वे यह भी जानते हैं कि उनके करियर का अंत नजदीक है। संभव है कि विश्व कप के बाद वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लें। फिलहाल तो विश्व कप खेलने की तैयारियों में युवराज जुटे हुए हैं। देखना ये कि उनकी ख्वाहिश पूरी होती है या नहीं।