बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद पाकिस्तान को यह तीन महत्वपूर्ण बदलाव करने हैं बेहद जरूरी
बांग्लादेश ने पाकिस्तान को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में 6 विकेट से हराया।
अद्यतन - सितम्बर 3, 2024 8:14 अपराह्न
बांग्लादेश ने पाकिस्तान को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में 6 विकेट से हराया। इस जीत के साथ ही बांग्लादेश ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया। बांग्लादेश की ओर से इस टेस्ट सीरीज में सभी खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
वहीं पाकिस्तान के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रहे। दूसरे टेस्ट की बात की जाए तो पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में पाकिस्तान ने 274 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश का स्कोर उनकी पहली पारी में एक समय 26 रन पर छह विकेट था। हालांकि, इसके बाद लिटन दास और मेहदी हसन मिराज ने बहुमूल्य साझेदारी की। इन दोनों खिलाड़ियों ने सातवें विकेट के लिए 165 रन जोड़े। जहां एक तरफ मेहदी हसन मिराज ने 78 रन बनाए, वहीं दूसरी ओर लिटन दास ने 138 रनों का योगदान दिया।
उनकी इस साझेदारी की वजह से बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 262 रन बनाए। इसके बाद पाकिस्तान अपनी दूसरी पारी में 172 रन पर ऑलआउट हो गया। इस तरह बांग्लादेश के सामने 185 रनों का लक्ष्य था, जिसे मेहमान टीम ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। आज हम आपको बताते हैं तीन बड़े बदलाव के बारे में जो पाकिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ मिली हार के बाद जरूर से करना चाहिए।
1- इमाम उल हक को वापस लाया जाए
अनुभवी सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक ने पाकिस्तान की ओर से अपना अंतिम मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में खेला था। पहले दो मैचों में इमाम उल हक ने 104 रन बनाए थे, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल था। तीसरे टेस्ट में इमाम उल हक को ड्रॉप कर दिया गया था और उनकी जगह सैम अयूब ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर डेब्यू किया।
सैम अयूब ने पहली पारी में खाता भी नहीं खोला, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 33 रन बनाए। इसके बाद ही इमाम उल हक को टीम से बाहर कर दिया गया। बांग्लादेश के खिलाफ पाकिस्तान टीम की ओपनिंग अब्दुल्ला शफीक और सैम अयूब ने की थी, लेकिन दोनों ने ही निराशाजनक बल्लेबाजी की।
अब्दुल्ला शफीक के फॉर्म में गिरावट देखने को मिल रही है और पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट को इमाम उल हक को टीम में वापस बुलाना चाहिए। इमाम उल हक ने 24 टेस्ट में 37.33 के औसत से 1568 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक शामिल है।