पैट कमिंस की कप्तानी की तारीफ करते हुए एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को आगामी अग्निपरीक्षा को लेकर किया आगाह
पैट कमिंस को पहले ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट कप्तान बनाए जाने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन अब सलाम ठोक रहे हैं एलन बॉर्डर!
अद्यतन - जनवरी 16, 2023 4:01 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान के रूप में पैट कमिंस के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत के खिलाफ नागपुर में 9 फरवरी से शुरू होने जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज उनके और उनकी टीम के लिए एक “एसिड टेस्ट” होगी।
एलन बॉर्डर ने एबीसी स्पोर्ट के हवाले से कहा: ‘भारत में होने वाली आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पैट कमिंस और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का एसिड टेस्ट होगा। अगले 12 महीने ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम, खासकर कमिंस की कप्तानी के लिए असली परीक्षा के दिन होंगे, क्योंकि भारत में भारत पर फतेह करना ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए आखिरी चुनौती है। अगर वे ऐसा कर लेते हैं, तो वे इस टेस्ट में पास हो जाएंगे।
पैट कमिंस को सलाम ठोक रहे हैं एलन बॉर्डर
भारत और इंग्लैंड दोनों ही हमारे लिए मुश्किल प्रतिद्वंदी रहे हैं। हमें भारत में बहुत बार जीत नसीब नहीं हुई हैं। भारत में खेलना और जीतना बहुत मुश्किल है, ठीक वैसे ही जैसे इंग्लैंड में कठिन है।’ इस बीच, महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने आगे कहा कि वह पहले पैट कमिंस को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपे जाने को लेकर चिंतित थे, लेकिन वह इस बात को लेकर निश्चित थे कि इससे उनकी गेंदबाजी प्रभावित नहीं होगी।
एलन बॉर्डर ने अंत में कहा: ‘मैं एक तेज गेंदबाज को टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किए जाने को लेकर उतना उत्सुक नहीं था, इसलिए नहीं कि वह गेंदबाज है, बल्कि इसलिए क्योंकि वह हमारा नंबर-एक तेज गेंदबाज है। लेकिन उन्होंने कप्तानी और गेंदबाजी दोनों बहुत अच्छे से हैंडल कर बहुत सारे लोगों को गलत साबित किया है। शायद ये भी हो सकता है कि टीम के मेकअप ने उनकी मदद की हो, क्योंकि मदद के लिए उसके पास कुछ सीनियर खिलाड़ी हैं।
जब वह गेंदबाजी कर रहा होता है, तो सीनियर खिलाड़ी कुछ हद तक चीजें कंट्रोल कर सकते हैं। मैं पैट को सलाम करता हूं, क्योंकि उन्होंने अब तक कप्तानी और गेंदबाजी दोनों शानदार ढंग से की है। हमारी टीम इस समय बेहद खुशहाल और मजबूत नजर आ रही हैं। इस समय टीम बहुत अच्छी क्रिकेट खेल रही है, और एक कप्तान के तौर पर आप बस इतना ही कर सकते हैं।’