विराट कोहली और बाबर आजम की तुलना करते हुए आकिब जावेद ने दिया बेतुका बयान
जावेद ने मोहम्मद रिजवान को ऋषभ पंत से भी बेहतर विकेटकीपर माना।
अद्यतन - May 7, 2022 5:55 pm

क्रिकेट जगत में इन दिनों सभी के पास बहस करने के लिए एक ही मुद्दा रहता है कि विराट कोहली महान हैं या फिर बाबर आजम। वैसे कई दिग्गज क्रिकेटरों की माने तो उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि कोहली ही महान हैं जो तीनों फाॅर्मेट में खूब रन बना चुके हैं। लेकिन लाहौर कलंदर्स के हेड कोच और पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज आकिब जावेद का राय इस मामले में कुछ और ही है।
जावेद का मानना है कि आजम कोहली से काफी आगे हैं और उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी स्टार अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उन्होंने वर्तमान में सभी प्रारूपों में दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर अपनी राय साझा की। उन्हें लगता है कि आजम सभी प्रारूपों में जीत हासिल कर रहे हैं, जबकि कोहली इस वक्त एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं।
क्रिकेट पाकिस्तान के हवाले से जावेद ने कहा, “अब मुझे लगता है कि बाबर आगे है। कोहील पहले अपने चरम पर थे लेकिन अब नीचे जा रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर, बाबर ऊपर जा रहा है।” आजम वर्तमान में ICC रैंकिंग में ODI और T20I प्रारूप में शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं। खेल के सबसे लंबे प्रारूप टेस्ट में उनके प्रदर्शन ने उन्हें टाॅप 5 टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में जगह बनाने में मदद की है।”
शाहीन अफरीदी और बुमराह की तुलना करते हुए आकिब जावेद ने दिया यह बयान
जावेद ने शाहीन शाह अफरीदी और जसप्रीत बुमराह के बीच बेहतर तेज गेंदबाज पर भी अपनी राय साझा की। अफरीदी और बुमराह दोनों आईसीसी रैंकिंग में टाॅप 5 टेस्ट गेंदबाजों में हैं, और दोनों रेड-बॉल क्रिकेट में बेहद घातक गेंदबाज रहे हैं। जावेद ने कहा कि, “अब मुझे लगता है कि शाहीन बुमराह से बेहतर है क्योंकि जब शाहीन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आया था तो उससे पहले ही बुमराह अपना नाम बना चुके थे, लेकिन अब शाहीन ने साबित कर दिया है कि उनसे भी बेहतर है। और बुमराह की तुलना में उनके पास अधिक क्षमता है।”
वहीं पंत और रिजवान की तुलना करते हुए पूर्व पाक क्रिकेटर ने कहा कि, “रिजवान इन दिनों पंत से बेहतर हैं। इसमें कोई शक नहीं कि पंत बेहद कुशल खिलाड़ी हैं लेकिन रिजवान जिस तरह से जिम्मेदारी लेते हैं, उससे पंत काफी पीछे हैं। अक्सर यह कहा जाता है कि पंत एक आक्रामक खिलाड़ी हैं, लेकिन आक्रामकता का मतलब कुछ बड़े शॉट मारना और आउट होना नहीं है, बल्कि क्रीज पर बने रहना, लड़ना और मैच खत्म करना है।”