चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि आखिर विदेशी मैदान पर मिली कौनसी टेस्ट जीत उनके लिए है, बेहद खास - क्रिकट्रैकर हिंदी

चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि आखिर विदेशी मैदान पर मिली कौनसी टेस्ट जीत उनके लिए है, बेहद खास

भारतीय टीम को गाबा टेस्ट मैच में मिली ऐतिहासिक जीत में चेतेश्वर पुजारा ने भी काफी अहम भूमिका अदा की थी।

Cheteshwar Pujara. (Photo by Julian Finney/Getty Images)
Cheteshwar Pujara. (Photo by Julian Finney/Getty Images)

भारतीय टेस्ट टीम के बेहद अहम सदस्यों में से एक चेतेश्वर पुजारा पिछले 1 साल से बल्ले से कुछ खास कमाल दिखाने में कामयाब नहीं हो सके और इसी के चलते उन्हें टीम से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा चुका है। लेकिन अभी भी विदेशी टेस्ट मैच में यदि किसी एक बल्लेबाज पर सबसे ज्यादा भरोसे की बात आती है तो उसमें पुजारा का नाम सबसे पहले आता है, क्योंकि नंबर-3 पर उन्होंने कई शानदार पारियां खेलते हुए टीम को गंभीर स्थिति से बाहर निकालने का काम किया है।

साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच में पुजारा ने अपनी शानदार पारी के दम पर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाने का काम किया था, जिसमें उन्हें अपना पहला रन बनाने के लिए 53 गेंदों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि उस पिच पर तेज गेंदबाजों का सामना करना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान काम नहीं था।

इसके अलावा साल 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से कुल 521 रन देखने को मिले थे। लेकिन अब चेतेश्वर पुजारा ने सोशल मीडिया पर एक सवाल-जवाब के सत्र के दौरान बताया कि आखिर विदेशी मैदान पर मिली कौन सी टेस्ट जीत उनके लिए बेहद खास रही है। जिसमें साल 2021 जनवरी महीने में गाबा के मैदान पर भारतीय टीम ने सभी को गलत साबित करते हुए 300 से अधिक रनों के लक्ष्य को चौथी पारी में हासिल करते हुए उसे अपने नाम किया था।

ट्विटर पर सवाल-जवाब के एक सत्र के दौरान जब अनुभवी भारतीय खिलाड़ी से क्रिकट्रैकर ने उनकी पसंदीदा विदेशी टेस्ट जीत को लेकर पूछा तो इसके जवाब में पुजारा ने लिखा कि गाबा टेस्ट साल 2021 में मिली जीत बेहद खास है।

ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में पुजारा ने किया था बेहद शानदार तरीके से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना

बता दें कि भारतीय टीम को साल 2021 में गाबा के मैदान पर मिली जीत में चेतेश्वर पुजारा ने भी बल्ले से काफी अहम भूमिका अदा की थी। जिसमें असमान उछाल भरी पिच पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का सामना करना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान काम नहीं होने वाला था। लेकिन पुजारा ने लगातार एक छोर से तेज गेंदबाजी का नाम सिर्फ सामना किया बल्कि अहम पारी भी खेली।

पुजारा जिस समय अपनी अर्धशतकीय पारी खेलकर पवेलियन लौटे तो भारतीय टीम की स्थिति उस समय तक काफी मजबूत हो चुकी थी। वहीं इसके बाद ऋषभ पंत ने 89 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाने का काम किया। जिससे भारतीय टीम सीरीज को भी 2-1 से अपने नाम करने में कामयाब हो सकी। पुजारा ने साल 2020-21 ऑस्ट्रेलियाई दौरे का अंत 271 रनों के साथ किया जिसके लिए उन्होंने 928 गेंदों का सामना किया था।

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