CWI की स्पेशल कमिटी ने बनाई वेस्टइंडीज क्रिकेट में सुधार की योजना, पढ़ें बड़ी खबर
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने एक नई योजना की ओर रुख किया है।
अद्यतन - Oct 3, 2025 4:03 pm

वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने यह निर्णय हाल ही में हुई ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अपनी शर्मनाक हार को मद्देनजर रखते हुए लिया है। किंग्स्टन में हुए तीसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज दल अपनी पहली पारी में मात्र 27 रनों पर सिमट गया था। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है।
वेस्टइंडीज का कई सालों से विश्व क्रिकेट में साधारण प्रदर्शन रहा है। इन हालातों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए वेस्टइंडीज की ‘क्रिकेट स्ट्रेटेजी एंड ऑफिशिएटिंग समिति’ ने इस मुद्दे पर जांच-पड़ताल करते हुए सभी ‘मेजर प्रॉब्लम्स’ का ‘शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म’ समाधान निकाला। वेस्टइंडीज द्वारा बनाई इस समिति में कई दिग्गज खिलाड़ियों जैसे ब्रायन लारा और क्लाइव लॉयड का नाम शुमार है।
इस समिति की स्थापना अगस्त में हुई जब वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन लगातार टेस्ट मैचों में हार का सामना किया, जिसके चलते वे तीन-शून्य से श्रृंखला हार गए। इस समिति का काम था कि वे वेस्टइंडीज क्रिकेट को प्रभावित कर रही समस्याओं की जांच करें और उनको दूर करने हेतु उपाय भी बताएं।
वेस्टइंडीज का ‘प्लान ऑफ एक्शन’
वेस्टइंडीज बोर्ड ने कई समस्याओं को रेखांकित किया है जो टीम के अच्छे प्रदर्शन में रुकावट पैदा कर रही है। इसमें रीजनल टूर्नामेंट्स के गिरते स्टैंडर्ड्स, टेक्निकल और मेंटल स्किल डेफिशिएंसीज़, खराब फ्रैंचाइज़ी व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर, स्पेशलिस्ट कोचों की कमी तथा आर्थिक समस्याएँ, खराब फिटनेस स्टैंडर्ड्स शामिल हैं।
इन चिंताओं को दूर करने के लिए, वेस्टइंडीज बोर्ड अगले छह महीनों में सभी सोचे गए उपाय लागू करेगा। इसके तहत, एक अंतरराष्ट्रीय बैटिंग कोच की नियुक्ति की जाएगी और पुरुष टीम में एक फुल-टाइम स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट शामिल होंगे। महिला प्रोग्राम के कोचिंग रोल्स को भी फुल-टाइम पोजीशंस में बदला जाएगा।
कूलिज क्रिकेट ग्राउंड में एक अत्याधुनिक हाई-परफॉर्मेंस सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें मॉडर्न नेट्स, जिम और रिहैबिलिटेशन फैसिलिटीज होंगी। जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, फ्रेंचाइजी टीमों को डेवलपमेंट प्लान्स जमा करने होंगे और रीजनल लीडरबोर्ड द्वारा निगरानी किए गए कड़े फिटनेस स्टैंडर्ड्स का पालन करना होगा।
आइए जानते हैं पूर्व क्रिकेटर ब्रायन लारा ने प्रेस के हवाले से क्या कहा
लारा का कहना है कि, वेस्टइंडीज के लिए यह सालों से ऐसा ही रहा है कि वे अन्य क्रिकेट खेलने वाले देशों के बराबर नहीं हैं। जब कौशल ही खेल का सबसे महत्वपूर्ण पहलू था, तब वे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम थे, लेकिन अब खेल विकसित हो चुका है और इसमें टेक्नोलॉजी और एनालिटिक्स का बड़ा योगदान है। उन्हें फिर से प्रतिस्पर्धी बनने का एक नया तरीका खोजना होगा।
यह 27 रन की बात नहीं है; हार का अंतर मायने नहीं रखता। यह एक लंबी राह है, जो रातों-रात तय नहीं होगी। उन्हें उन मुद्दों को संबोधित करना होगा जो उन्हें प्रभावित कर रहे हैं, और उन्हें तुरंत और जल्द से जल्द सुलझाना होगा, ताकि वे आने वाले वर्षों में इसका लाभ उठा सकें।