ICC world cup 2019: वर्ल्ड कप के इतिहास में ऐसा रहा टीम इंग्लैंड का सफर
अद्यतन - फरवरी 2, 2019 7:26 अपराह्न
मई 2019 को ओवल में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के मैच के साथ ही आईसीसी वर्ल्ड कप के 12वें संस्करण का आगाज हो जाएगा। 1975, 1979, 1983 और 1999 के बाद पांचवीं बार विश्व कप का आयोजन इंग्लैंड में हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने यह टूर्नामेंट को सबसे अधिक पांच बार जीता है। भारत और विंडीज ने टूर्नामेंट को दो-दो और पाकिस्तान और श्रीलंका ने एक-एक बार जीता है।
विश्व कप के अगले संस्करण में 10 टीमें भाग लेगी और यह पहला मौका होगा जब सभी टेस्ट खेलने वाले देश इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। जिम्बॉब्वे और आयरलैंड इस विश्व कप में भाग नहीं ले रहे हैं। 1992 के बाद यह पहला अवसर है जब वर्ल्ड कप में कोई ग्रुप नहीं बनाए गए हैं। सभी टीमें एक दूसरे से खेलेगी और टॉप 4 टीमें अगले दौर में पहुंचेगी।
मेजबान इंग्लैंड इस समय आईसीसी रैकिंग में नंबर वन होने के साथ ही वर्ल्ड कप की मेजबानी भी कर रही है। वह इस टूर्नामेंट में जीत की प्रबल दावेदार भी है।
वर्ल्ड कप में अब तक ऐसा रहा है इंग्लैंड का प्रदर्शन : इंग्लैंड ने विश्व कप में अब तक कुल मिलाकर 73 मैच खेले हैं। इनमें से टीम ने 41 मैचों में जीत हासिल की जबकि 30 में उसे हार का सामना करना पड़ा। टूर्नामेंट में यह टीम 3 बार 1979, 1987 और 1992 में उपविजेता रही। तीन अलग अलग दशकों में खेले गए इन तीनों मैचों में ग्राहम गूच इंग्लैंड टीम का हिस्सा है।
इंग्लैंड ने अपने विश्व कप के सफर की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की। अपने पहले ही मैच में उसने भारत को 202 रन से हराया। इसके बाद माइक डेनिस की टीम न्यूजीलैंड को 80 रनों से और पूर्वी अफ्रीका को 196 रनों से हराकर ग्रुप चैंपियन बन गई। हालांकि टीम को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से हरा दिया।
1979 के विश्व कप फाइनल में विंडीज ने हराया : माइक बेअरली की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में नजदीकी मुकाबले में टीम ने न्यूजीलैंड को 9 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में टीम ने अपने 8 विकेट मात्र 11 रनों पर गंवा दिए और टीम को विंडीज ने 92 रनों से हरा दिया।
1983 के वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में भारत ने हराया : बॉब विलिस की कप्तानी में टीम ने इस बार भी ग्रुप स्टेज में बेहतरीन खेल दिखाया। टीम ने गु्प स्टेज में 6 छह में से अपने 5 मैच जीते। सेमीफाइनल में इंग्लैंड का सामना कपिल देव की कप्तानी वाली टीम इंडिया से हुआ। भारत ने इस मैच में इंग्लैंड को 6 विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
1987 के वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने दी मात : 1987 में पहली बार विश्व कप इंग्लैंड के बाहर खेला गया। ग्रुप स्टेज में इंग्लैंड ने विंडीज, श्रीलंका को दो-दो बार हराया जबकि पाकिस्तान ने उसे 2 बार मात दी। इस तरह इंग्लैंड की टीम ग्रुप स्टेज में दूसरे नंबर पर रही। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में इंग्लैंड का सामना एक बार फिर भारत से हुआ। इंग्लैंड ने इस मैच में भारत को हराकर 1983 के फाइनल में मिली हार का बदला ले लिया। बेहद रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया फाइनल 7 रनों से जीतकर खिताब पर कब्जा जमा लिया।
1992 के वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान ने दी मात : ग्राहम गूच की कप्तानी में इंग्लैंड ने आठ में से 5 मैच जीतकर अगले दौर में प्रवेश किया। टीम ने पहले दौर में 2 मैच हारे और 1 मैच बारिश में धूल गया। बारिश प्रभावित सेमीफाइनल भी टीम 20 रनों से जीत गई। मगर इमरान खान की कप्तानी वाली टीम ने खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को 22 रनों से हरा दिया।
1996 के वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में खत्म हो गया सफर : इस विश्व कप में टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के हाथों टीम को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम यूएई और नीदरलैंड्स को हराकर किसी तरह क्वाटर फाइनल में पहुंची। यहां उसे श्रीलंका ने आसानी से 5 विकेट से हरा दिया।
2003 में ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई टीम : नासिर हुसैन की कप्तानी वाली इंग्लैंड की टीम इस विश्व कप में ग्रुप स्टेज में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई। टीम ने नीदरलैंड्स, नामिबिया और पाकिस्तान को मात दी। लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के हाथों टीम को हार का सामना करना पड़ा।
2007 के वर्ल्ड कप में सुपर 8 स्टेज में खत्म हो गया सफर : 11 साल बाद इस विश्व कप में टीम ने न्यूजीलैंड से हारने के बाद भी किसी तरह ग्रुप स्टेज तो पार कर लिया। माइकल वॉन के नेतृत्व वाली इंग्लैंड टीम ने सुपर 8 स्टेज में आयरलैंड, बांग्लादेश और विंडीज को हराया लेकिन टीम को श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।
2011 के विश्व कप में क्वार्टर फाइनल में पहुंची टीम : 2011 के विश्व कप में टीम ने ग्रुप स्टेज में बेहतर प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल तक का सफर किया। यहां टीम का सामना श्रीलंका से हुआ। श्रीलंका ने 10 विकेट से यह मैच जीत लिया।
2015 में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं जा सकी टीम : इयान मॉर्गन की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम का प्रदर्शन 2015 में बेहद खराब रहा और टीम पहले ही राउंड में प्रतियोगिता से बाहर हो गई।