परिवार ने 7 महीने की बेटी के मौत के बारे में छुपाया, अब 21 साल बाद अलीम डार ने बयां किया अपना दर्द
इस दुखद घटना के बारे में आगे बात करते हुए अलीम डार ने कहा कि जब उन्होंने अपनी पत्नी को फोन किया तो वह फोन पर ही रोने लगीं।
अद्यतन - Aug 16, 2024 3:56 pm

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जाने-माने पाकिस्तानी क्रिकेट अंपायर अलीम डार ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। उनका कहना है कि उनके परिवार ने 2003 में उनकी सात महीने की बेटी की दुखद मौत की बात उनसे छिपायी थी।
परिवार वालों ने ऐसा इसलिए किया ताकि वह साल 2003 के एकदिवसीय विश्व कप के दौरान अपनी एकाग्रता को बनाए रखे, जो उनके शुरुआती करियर के सबसे बड़े कार्यों में से एक था।
अलीम डार को उनके बेटी के मौत की खबर कैसे मिली?
अलीम डार के करियर की बात करें तो उन्होंने चार विश्व कप फाइनल सहित 435 मेन्स अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इसका तब पता चला जब टूर्नामेंट के दौरान जोहान्सबर्ग में एक पाकिस्तानी व्यक्ति ने अनजाने में उनके पास आकर अफसोस जताया।
डार ने एक पाकिस्तानी टीवी शो पर कहा, “यह आईसीसी पैनल अंपायर के रूप में मेरे करियर की शुरुआत थी और यह मेरे करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण काम था। मेरे परिवार वाले जानते थे कि अगर मुझे अपनी बेटी की मौत के बारे में पता चला, तो मैं तुरंत घर लौट आऊंगा।”
“उसके निधन के बाद मुझे करीब एक महीने तक अंधेरे में रखा गया और ये बात नहीं बताई गई थी। लेकिन मुझे जोहान्सबर्ग में संयोग से इसके बारे में पता चला, जहां मेरे घर सियालकोट का रहने वाला एक पाकिस्तानी व्यक्ति मेरे पास आकर अपनी संवेदना व्यक्त करता है। उस समय यह मेरे लिए बहुत बड़ा झटका था और मैंने तुरंत आईसीसी को सूचित किया और घर लौट आया।”
पिता ने मीडिया से कुछ भी न छापने को कहा था : अलीम
इस दुखद घटना के बारे में आगे बात करते हुए डार ने कहा कि जब उन्होंने अपनी पत्नी को फोन किया, तो वह फोन पर ही रोने लगीं। बाद में उन्हें पता चला कि उनका परिवार उनके करियर के लिए इतना समर्पित था कि उन्होंने मीडिया से भी इस खबर को प्रकाशित न करने को कहा।
“मुझे बाद में पता चला कि मेरे पिता ने मीडिया के मित्रों से सख्ती से कहा था कि वे यह खबर न छापें ।”
अंपायरों के एलीट पैनल का हिस्सा थे अलीम डार
डार ने पहले भी बताया है कि 2003 का विश्व कप उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जब ICC ने उन पर इस काम के लिए भरोसा जताया था, जबकि उनके पास सिर्फ 12 मैचों का अनुभव था। वहां अच्छे प्रदर्शन के कारण ICC ने उन्हें टेस्ट दर्जा दिया और अंततः एलीट पैनल में प्रवेश दिया। डार मार्च 2023 में एलीट पैनल से हट गए, लेकिन दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों में अंपायरिंग जारी रखेंगे।