24 फरवरी वनडे क्रिकेट में दोहरे शतक से पहचाने जाना वाला दिन - क्रिकट्रैकर हिंदी

24 फरवरी वनडे क्रिकेट में दोहरे शतक से पहचाने जाना वाला दिन

Sachin Tendulkar celebrates his 200*. (Photo by Qamar Sibtain/India Today Group/Getty Images)
Sachin Tendulkar celebrates his 200*. (Photo by Qamar Sibtain/India Today Group/Getty Images)

24 फरवरी क्रिकेट इतिहास में इस तारीख को हमेशा के लिए यादगार बना दिया भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट कब भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने जिन्होंने पहली बार पुरुष क्रिकेट वनडे में दोहरा शतक लगाया था और इसके पांच साल के बाद इसी तारीख को पुरुष विश्वकप में भी दोहरा शतक लगा था.

24 फरवरी 2010 – भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका ग्वालियर वनडे :

वनडे क्रिकेट को लगभग 39 साल हो चुके थे और 14295 दिन के बाद क्रिकेट के फॉर्मेट ने पहली बार दोहरा शतक देखा जब भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच में गवालियर में 3 मैच की वनडे सीरीज का दूसरा मैच खेला जा रहा था. इस कारनामे को करने वाले कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर थे जिनके नाम पर इस समय क्रिकेट में सबसे अधिक रन, शतक, अर्धशतक दर्ज है.

इस मैच में सचिन ने जिस तरह से अपनी पारी का आगाज किया था उसमे उन्होंने इस बात की तस्दीक कर दी थी कि वे उस दिन एक बड़ी पारी खेलने वाले है और ऐसा ही हुआ सबसे पहले सचिन ने 37 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया इसके बाद सचिन ने जिस समय अपना शतक पूरा किया उसके बाद भारतीय पारी के 22 ओवर बाकी थे जिसके बाद सचिन ने अपनी पारी को गति देना शुरू किया और 119 गेंदों में 150 रन पूरे कर लिए सचिन को 100 से 150 तक पहुंचने में 29 गेंदों का सफर तय करना पडा.

43 वें ओवर के खत्म होने पर सचिन अपने वनडे करियर के सर्वाधिक स्कोर पर थे जिसमे उन्होंने 186 रन 134 गेंदों में बना लिए थे और दोहरे शतक के काफी करीब पहुँच चुके थे और जल्द ही सचिन ने वनडे में 194 रन की सर्वाधिक पारी को भी पीछे छोड़ दिया और इसके बाद आखिर के चार ओवर में सचिन को हर ओवर में 2 गेंद से अधिक नहीं खेलने को मिली लेकिन 50 वें ओवर में सचिन ने चार्ल्स लांगवेल्देट की गेंद पर एक रन लेकर पहली बार वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गयें.

24 फरवरी 2015 – वेस्टइंडीज बनाम जिम्बाब्वे, कैनबरा :

Chris Gayle. (Photo Source: Getty Images)
Chris Gayle. (Photo Source: Getty Images)

एकबार फिर से 24 फरवरी का दिन था और साल 2015 ऑस्ट्रेलिया में विश्वकप खेला जा रहा था जिसमे वेस्टइंडीज टीम का मुकाबला जिम्बाब्वे के साथ था और वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल इस दिन को यादगार बनाने के मैन से मैदान में उतरे थे और उन्होंने तेंदुलकर, सहवाग और रोहित शर्मा के दोहरे शतक के बाद गेल ने विश्वकप में पहला दोहरा शतक लगा दिया और इस मैच में गेल ने 200 रन सिर्फ 138 गेंदों में बना दिए जो अभी तक बने सभी दोहरे शतक में सबसे तेज है और इसके बाद गेल इस मैच में 147 गेंद खेलने के बाद 215 रन बनाकर आउट हो गयें.

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