सुनील गावस्कर ने विराट कोहली की सराहना करते हुए इन दो दिग्गजों से की उनकी तुलना
विराट कोहली ने RCB के लिए शानदार प्रदर्शन किया है: सुनील गावस्कर
अद्यतन - अक्टूबर 13, 2021 4:04 अपराह्न
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में हार का सामना करने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) का आईपीएल खिताब जीतने का सपना भी टूट गया। वहीं, इसके साथ ही आईपीएल में विराट कोहली का बतौर कप्तान सफर भी समाप्त हो गया। एक कप्तान के रूप में कोहली का ये 9वां साल था। हार मिलने के बावजूद विराट ने अपने साथी खिलाड़ियों की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ी और 14वें सीजन में अपनी टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्होंने जमकर तारीफ की।
मैच के बाद विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा, “हम जैसा चाहते थे, वैसा परिणाम नहीं मिला लेकिन अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से गौरवांवित महसूस कर रहा हूं। यह एक निराशाजनक अंत है, लेकिन हम अपना सर ऊंचा करके चल सकते हैं।”
यहां देखिए विराट का वह ट्वीट
Not the result we wanted but I am so proud of the character shown by the boys throughout the tournament. A disappointing end but we can hold our heads high. Thank you to all the fans, management & the support staff for your constant support. 🙏 @RCBTweets pic.twitter.com/VxZLc5NKAG
— Virat Kohli (@imVkohli) October 12, 2021
हमेशा चीजें प्लान के मुताबिक नहीं होती हैं: सुनील गावस्कर
हालांकि, इस हार के बाद कई लोगों ने विराट के कप्तानी की तारीफ की तो वहीं कुछ लोगों से उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। इसी क्रम में पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कोहली की तुलना सर डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर से करते हुए उनकी सराहना की।
इसको लेकर स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि, हर किसी की किस्मत में बेहतरीन जीत के साथ करियर का अंत करना नहीं लिखा होता है। डॉन ब्रैडमैन को देखिए, 100 की औसत के लिए उन्हें सिर्फ चार रन चाहिए थे लेकिन वो अपनी आखिरी पारी में शून्य पर ही आउट हो गए थे। वहीं, सचिन तेंदुलकर अपने 200वें और आखिरी टेस्ट मैच में शतक लगाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वे केवल 74 रन ही बना पाए।”
गावस्कर ने कोहली के करियर पर आईपीएल करियर पर रोशनी डालते हुए कहा, “स्क्रिप्ट हमेशा इस तरह से नहीं लिखी जाती है। हर किसी के पास अपने करियर के सर्वोच्च स्तर पर जाने का सौभाग्य नहीं होता है। लेकिन क्या कोई इस बात पर चर्चा कर सकता है कि उन्होंने RCB के लिए क्या किया है? उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है, एक साल ऐसा था जब उन्होंने 973 रन बनाए, जो 1000 से केवल 27 रन कम थे। कोई भी आज तक इस 1,000 के आकंड़े के करीब जाते हुए नहीं दिखा है।