हार्दिक पांड्या को इस 8 गेदों की पारी ने दी थी पहचान, धोनी की फुलप्रूफ प्लानिंग को पांड्या ने ऐसे किया ध्वस्त - क्रिकट्रैकर हिंदी

हार्दिक पांड्या को इस 8 गेदों की पारी ने दी थी पहचान, धोनी की फुलप्रूफ प्लानिंग को पांड्या ने ऐसे किया ध्वस्त

Hardik Pandya
Hardik Pandya (Photo by Clive Rose/Getty Images)

हार्दिक पांड्या कितने ही विवादों में क्यों न रहे हों, लेकिन इसमें शक़ नहीं कि वे भारतीय टीम के खास ऑलराउंडर बन चुके हैं। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली कई बार हार्दिक पांड्या का नाम लेकर कह चुके हैं कि उनके टीम में रहने से टीम का संतुलन बना रहता है। हार्दिक पांड्या के लिए टीम में सिलेक्शन के दरवाज़े आईपीएल ने खोले हैं। आज हम पांड्या का वह आईपीएल परफॉरमेंस डिस्कस करेंगे, जिसके बाद लोगों ने उन्हें नोटिस किया और खुद महेंद्र सिंह धोनी भी देखते रह गए कि यह कैसा खिलाड़ी है जिसने कुछ देर में मैच बदल दिया।

पांड्या का कमाल जिसे दुनिया ने देखा

बात आईपीएल 2015 की है जब हार्दिक पांड्या गुजरात स्टेट क्रिकेट से होते हुए मुंबई इंडियंस टीम से जुड़े। इस दौरान वे कुछ ओवर गेंदबाज़ी और निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी करते रहे, लेकिन लोगों ने उनकी फील्डिंग की खूब सराहना की।

8 मई 2015 को चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला गयाआईपीएल का यह मैच कुछ इस तरह रहा धोनी की टीम मैच में हावी थी लेकिन पांड्या ने 8 गेंद खेलकर चेन्नई सुपरकिंग्स को हरा दिया।

ऐसे थे मैच के समीकरण 

चेन्नई सुपरकिंग्स ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 158/5 का स्कोर बनाया। जवाब में मुंबई इंडियंस ने शुरुआत तो अच्छी की लेकिन अंतिम ओवरों में आकर मैच फंस गया। अंतिम 2 ओवरों में मुंबई इंडियंस को जीत के लिए 30 रन चाहिए थे और क्रीज़ पर थे हार्दिक पांड्या और अंबाती रायडू। यह मैच चिदंबरम स्टेडियम में हो रहा था, जहां धोनी और भी चालाक कप्तान हो जाते हैं।

धोनी की कप्तानी के सामने भला नए नवेले हार्दिक पांड्या और अंबाती रायडू के बारे कौन सोच रहा था कि ये चिन्ना स्वामी में 12 गेंदों पर 30 रन बन सकते हैं। अंतिम ओवर डेरेन ब्रावो को करना था जो डेथ ओवर स्पेश्लिस्ट गेंदबाज़ के तमगे के साथ कई बार नवाज़े जा चुके हैं। उनके खिलाफ रन बनाना बहुत मुश्किल काम।

बहुत सोच विचार करने के बाद धोनी ने 19वां ओवर पवन नेगी को दिया। नेगी ने मैच में इससे पहले अपने स्पैल में 3 ओवर में केवल 9 रन दिए थे और मुंबई इंडियंस जैसी मज़बूत बल्लेबाज़ी के सामने वे प्रभावी साबित हुए थे। धोनी की सारी तरकीबें लाजवाब थीं, 19वां ओवर नेगी और 20वां ओवर ब्रावो। 12 गेंदों में 30 रन बनने का कोई चांस नहीं। धोनी ने 19वां ओवर शुरू होने से पहले नेगी से लंबी बात की और बाउंड्री पर 5 फील्डर तैनात किए। स्ट्राइक पर थे पांड्या।

प्लान यह था कि ऑफ स्टम्प के आसपास धीमी गेंद करवाई जाए और पांड्या अगर तेज़ मारने का प्रयास करें तो मिड ऑन, मिड ऑफ, मिड विकेट, कवर और स्क्वेयर लेग बाउंड्री पर 5 फील्ड्र तैयार हैं। लेकिन पांड्या ने अकेले इन सारे प्लान पर पानी फेर दिया पहली ही गेंद उनके ज़ोन पर गिरी। नेगी धोनी की बताई लाइन चूक गए और जहां चाहते थे, वहां पिच नहीं करवा पाए, नतीजा लॉन्ग ऑन के ऊपर से 6 रन।

अब समीकरण हुआ 11 गेंद 24 रन। दूसरी गेंद नेगी ने ऑफ स्टम्प के बाहर तेज़ डाली। धोनी का सुझाव धीमी गेंद का था इसलिए जैसे ही गेंद रीलीज़ हुई धोनी के मुंह से निकला नो। पांड्या ने इस बार अगला पैर बाहर निकाल कर गेंद को लॉन्ग ऑफ के ऊपर से मार दिया। फील्डर वहां मौजूद था, लेकिन सिर्फ बाउंड्री के बाहर गेंद लाने के लिए, एक और छ्क्का। अब इक्वेशन हुई 10 गेंद और 18 रन।

तीसरी गेंद पर फिर पांड्या ने लॉन्ग ऑन पर छ्क्का लगाया। नेगी ने बैसिक लेंग्थ बॉल करने का प्रयास किया जिसे पांड्या ने 6 रन के लिए भेज दिया। तीन लगातार छ्क्के। अब समीकरण था 9 गेंदों पर 12 रन।

इसके बाद तो सब आसान हो गया और मुंबई इंडियंस ने 4 गेंद शेष रहते 6 विकेट से मैच जीत लिया। पांड्या 8 गेंदों पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे और उन्हें ही मैन ऑफ द मैच चुना गया। धोनी के सामने से चिदंबरम स्टेडियम में इस तरह पांड्या मैच ले उड़े। इस प्रदर्शन ने पांड्या को काफी लोकप्रियता दिलाई।

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