श्रेयस अय्यर ने बताया आखिर कैसे बने वह तीनों फॉर्मेट के इतने सफल बल्लेबाज
अय्यर ने कहा कि वह अपनी क्षमता पर विश्वास करते हैं और कोशिश करते हैं कि चीजों को ज्यादा जटिल न करें।
अद्यतन - दिसम्बर 26, 2021 12:25 अपराह्न
भारतीय क्रिकेटर श्रेयस अय्यर ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह जब बल्लेबाजी के लिए बाहर जाते हैं तो स्पष्ट विचार और स्वतंत्र दिमाग के साथ खेलने की कोशिश करते हैं। 27 वर्षीय अय्यर ने 2017 में अपना डेब्यू किया, लेकिन 2019 विश्व कप के बाद ही वह टीम के नियमित सदस्य बने। इसके बाद, अय्यर सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के लिए नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए दिखे।
सफेद गेंद वाले क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें इस साल नवंबर में टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला और पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने शानदार शुरुआत की। जब उन्होंने भारत की कानपुर टेस्ट की पहली पारी में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक बनाया और उसके बाद दूसरे में अर्धशतक बनाया। खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन अय्यर ने प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता।
अपनी बल्लेबाजी को लेकर श्रेयस अय्यर ने क्या कहा ?
इसी बीच अय्यर ने कहा कि वह चाहे जिस प्रारूप में खेल रहा हो, वह मेरिट के आधार पर गेंदों को खेलना पसंद करते है। इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अय्यर ने कहा कि, “मैं हमेशा स्पष्ट दिमाग से बल्लेबाजी करता हूं। जब आप बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तो आप अपने दिमाग को बहुत सी चीजों से नहीं भर सकते हैं। मैं प्रत्येक गेंद को उसके मेरिट के आधार पर खेलने में विश्वास करता हूं और इसी तरह मैं सभी प्रारूपों में खेलता हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे रणजी ट्रॉफी सर्किट में काफी अनुभव है जहां मैंने अपनी तकनीक के आसपास कुछ प्रक्रियाएं विकसित की हैं। इसलिए, मैंने चीजों को अधिक जटिल बनाने की कोशिश नहीं की। मैंने केवल उन प्रक्रियाओं और मानसिकता पर ध्यान केंद्रित किया है जिन्होंने अतीत में मेरे लिए काम किया है।”
न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अविश्वसनीय प्रदर्शन के बाद, अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के लिए टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई। अब देखने वाली बात ये होगी कि उन्हें 26 दिसंबर को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में जगह मिलती है या नहीं।