‘मैं पुजारा सर की तरह बैटिंग नहीं कर सकता…’- कुछ ज्यादा ही बड़ी बात बोल गए पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए आखिरी मैच जुलाई 2021 में खेला था।
अद्यतन - Jul 8, 2023 9:31 pm

भारतीय युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए आखिरी मुकाबला जुलाई 2021 में खेला था। इस साल जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए उन्हें स्क्वॉड में शामिल किया गया था। लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिला था। आईपीएल 2023 के शुरूआती मुकाबलों में पृथ्वी शॉ काफी ज्यादा खराब नजर आए।
जिसके बाद उन्हें प्लेइंग 11 से ड्रॉप कर दिया गया था। दिलीप ट्रॉफी 2023 में अब तक पृथ्वी शॉ का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। पृथ्वी शॉ के बल्लेबाजी अप्रोच को लेकर लगातार बातें चल रही है, लेकिन पृथ्वी शॉ का कहना है कि वह अपनी आक्रमक बल्लेबाजी स्टाइल को बिल्कुल भी नहीं बदलने वाले हैं।
मैं अपने खेल को नहीं बदलना चाहता- पृथ्वी शॉ
दिलीप ट्रॉफी 2023 सेमीफाइनल में पृथ्वी शॉ ने सेंट्रल जोन के खिलाफ पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 25 रन बनाए। पृथ्वी शॉ का कहना है कि वह अपने गेम को बिल्कुल भी नहीं बदलने वाले हैं। पृथ्वी शॉ ने इंडियन एक्सप्रेस पर बात करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि मुझे अपने खेल को बदलने की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं जितना हूं उससे थोड़ा अधिक स्मार्ट होना चाहता हूं।’
पृथ्वी शॉ ने आगे कहा, ‘मैं पुजारा सर की तरह बल्लेबाजी नहीं कर सकता या पुजारा सर मेरी तरह बल्लेबाजी नहीं कर सकते। इसलिए मैं जो करने की कोशिश कर रहा हूं वह वे चीजें हैं जो मुझे यहां तक ले आई हैं। आक्रमक बल्लेबाजी मैं इसे बदलना पसंद नहीं करता हूं।’
मेरे लिए हर मैच महत्वपूर्ण हैं- पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने भारतीय टीम में वापसी के बारे में बात करते हुए कहा कि, उनके लिए आगे आने वाले हर मुकाबले बहुत महत्वपूर्ण हैं। पृथ्वी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि इस समय मेरे लिए जो भी खेल हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। भले ही मैं दिलीप ट्रॉफी या अपना मुंबई मैच खेल रहा हूं। मुझे लगता है मेरे लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण हैं।’
वहीं पृथ्वी शॉ ने बताया कि टी-20 क्रिकेट उनके लिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण हैं। पृथ्वी शॉ ने आगे खुलासा किया कि वह किस तरह गेंदबाजों का ध्यान भटकाते हैं और उन्हें वह गेंद फेंकने के लिए मजबूर करते हैं जिसे वह खेलना चाहते हैं।