चेन्नई टेस्ट मैच में टीम इंडिया पर कहर बरपाने वाले हसन महमूद कौन हैं? विराट, रोहित, गिल और पंत को बनाया अपना शिकार
हसन महमूद ने टीम इंडिया के तीन टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों को किया आउट।
अद्यतन - Sep 19, 2024 3:27 pm

भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट बहुत जल्दी खो दिए हैं। ये तीनों विकेट कप्तान रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के थे। ये तीनों ही विकेट बांग्लादेश के युवा गेंदबाज हसन महमूद ने हासिल किए हैं।
चेन्नई टेस्ट मैच में हसन महमूद ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाई। उन्होंने भारत के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर के अंदर ही 3 बड़े विकेट चटका लिए। उन्होंने पहले रोहित शर्मा, फिर शुभमन गिल और उसके बाद विराट कोहली का विकेट लिया। फिर उन्होंने पंत के भी पारी का अंत किया। रोहित शर्मा ने 19 गेंद पर 6 रन, शुभमन गिल ने 8 गेंद पर 0 रन और विराट कोहली ने 6 गेंद पर 6 रन बनाए। भारत ने ये तीनों विकेट महज 34 रन पर खो दिए।
हसन महमूद ने तीनों ही विकेट कैच आउट के जरिए लिए। उनके इस बेहतरीन गेंदबाजी को देखने के बाद भारतीय फैंस के मन में अब ये सवाल उठ रहा है कि आखिर ये हसन महमूद हैं कौन। तो आइए हम आपको इस आर्टिकल में हसन महमूद के बारे में विस्तार से बताते हैं।
Who is Hasan Mahmud? कौन है ये बांग्लादेश का तेज गेंदबाज हसन महमूद
हसन महमूद बांग्लादेश के युवा तेज गेंदबाज हैं। 12 अक्टूबर 1999 को जन्मे हसन महमूद के करियर का ये ये चौथा टेस्ट मैच है। हसन महमूद ने अब तक 3 टेस्ट मैच में 3.62 की इकॉनमी के साथ कुल 14 विकेट हासिल किए। अपने चौथे टेस्ट मैच में भी उन्होंने पहली ही पारी में 4 विकेट हासिल कर लिए हैं। वहीं, वनडे में हसन महमूद ने 22 मैचों में 30 और इंटरनेशनल टी20 में 18 मैच में 18 विकेट हासिल किए हैं।
हसन महमूद ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता था। उन्होंने दूसरे टेस्ट मैच में 10.4 ओवर में 43 रन देकर 5 विकेट झटके थे। हसन का वो पहला पांच विकेट हॉल था। इसी के साथ वह पाकिस्तान में टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लेने वाले पहले बांग्लादेशी तेज गेंदबाज बने थे। ये विकेट उन्होंने मोहम्मद रिजवान, अब्दुल शफीक, खुर्रम शहजाद, मोहम्मद अली और मीर हमजा के लिए थे।