आईपीएल की ओपनिंग सेरेमनी हुई शहीदों के नाम, धूमधाम पर खर्च होने वाला पैसा शहीदों के परिवारों को मिलेगा - क्रिकट्रैकर हिंदी

आईपीएल की ओपनिंग सेरेमनी हुई शहीदों के नाम, धूमधाम पर खर्च होने वाला पैसा शहीदों के परिवारों को मिलेगा

IPL opening ceremony. (Photo Source: Twitter)
IPL opening ceremony. (Photo Source: Twitter)

पुलवामा हमले में शहीद हुए लगभग 46 जवानों के परिवारों के घरों में पसरा मातम से पूरा देश दुखी है। हर कोई शहीदों के परिवारों के साथ पूरी हमदर्दी दिखा रहा है। यही नहीं बच्चे से बूढ़ा और जवान जहां इन परिवारों के लिए आंसू बहा रहे हैं वहीं इन पर कहर ढाने वाले आतंकवादी संगठन जैश ए मुहम्मद को जी भर के कोस रहे हैं। यही नहीं इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार मानकर पड़ोसी देश के प्रति भी भड़ास निकाल रहे हैं।

लिया गया भावुक फैसला

पुलवामा हमले का सीधा और सबसे अधिक असर भारत और पाकिस्तान के संबंधों के साथ क्रिकेट और क्रिकेटरो के संबंधों पर पड़ा है। पूरा देश एक स्वर से विश्व कप में होने वाले पाकिस्तान के मैच को बायकाट की मांग कर रहा है। इसका असर यह हुआ कि आज बीसीसीआई की बैठक में एक क्रिकेट से संबंधित एक भावुक फैसला लिया गया है।

नहीं होगी धूमधड़ाके वाली ओपनिंग

बीसीसीआई ने जहा विश्व कप के मैच का फैसला सरकार के निर्णय पर डाल दिया है वहीं आईपीएल से संबंधित एक भावुक और देश की जनता की भावना के अनुरूप फैसला लिया गया है। इस फैसले के अनुसार इस बार आईपीएल की धूम धड़ाके वाली ओपनिंग नहीं की जाएगी। इस पर खर्च होने वाली धनराशि पुलवामा हमले के शहीद जवानों के परिवारों को दी जाएगी।

पूरा देश शहीदों के गम में डूबा हुआ है

यह तो सभी को मालूम है कि 14 फरवरी को जब पूरी दुनिया दिलों को जोड़ने वाला त्यौहार वैलेंटाइन डे मनाती है। उस दिन श्रीनगर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमलें में 46 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद पूरा देश गम में डूब गया था। साथ ही पूरा देश पाकिस्तान को लेकर गुस्से में है। यही नहीं आमजन के साथ क्रिकेटर हरभजन सिंह, सौरव गांगुली और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने मांग की कि भारत को किसी भी तरह से पाकिस्तान के साथ संबंध नहीं रखने चाहिये और विश्व कप में पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिये।

बैठक में छाया रहा पुलवामा हमले का मामला

इस विषय को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस बार आईपीएल की ओपनिंग सेरेमनी को शहीदों को समर्पित कर दी जाए। इससे होने वाली बचत की राशि को शहीदों के परिवारों को सौंप दी जाए। इससे उनकी आर्थिक मदद मिल जाएगी। बैटक शुरू होने से पूर्व शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। पूरी बैठक में पुलवामा हमला ही छाया रहा।

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