एडिलेड टेस्ट मैच में जॉस बटलर बने सुपरमैन, विकेट के पीछे पकड़ा अविश्वसनीय कैच
जॉस बटलर ने मार्कस हैरिस का शानदार कैच लपककर उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखाया।
अद्यतन - दिसम्बर 16, 2021 1:55 अपराह्न
एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। पहले कुछ घंटों के खेल में काफी कुछ देखने को मिला है। खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच में इंग्लिश टीम के विकेटकीपर जॉस बटलर ने एक अविश्वसनीय कैच लपका, खास बात ये रही कि उन्होंने इस हैरतअंगेज कैच को हवा में डाइव लगाते हुए पकड़ा।
कहा जाता है कि किसी भी विकेटकीपर के लिए अपने दाएं ओर डाइव लगाकर कैच पकड़ना आसान नहीं होता। लेकिन इस बार इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने ऐसा होने नहीं दिया और हैरतअंगेज कैच टीम के लिए पकड़ा और ऑस्ट्रेलिया की टीम को मार्कस हैरिस की रूप में बड़ा झटका देने में कामयाब रहे।
दरअसल यह घटना ऑस्ट्रेलियाई पारी का आठवां ओवर में घटी। इंग्लैंड की तरफ से स्टुअर्ट ब्रॉड इस ओवर में गेंदबाजी कर रहे थे। इस ओवर की तीसरी गेंद पर हैरिस लेग साइड में शॉट लगाना चाह रहे थे। गेंद बल्ले पर सही से आई नहीं और किनारा लेकर विकेट के पीछे चली गई। इस दौरान विकेटकीपर जोस बटलर विकेट के पीछे चौकन्ने थे और उन्होंने हवा में डाइव लगाते हुए उस अविश्वसनीय कैच को एक हाथ से लपक लिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए जॉस बटलर के इस कैच की तारीफ की।
यहां देखिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का वह ट्वीट
INSANE! Buttler pulls in an all-timer behind the stumps! #Ashes pic.twitter.com/v96UgK42ce
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 16, 2021
एडिलेड टेस्ट मैच की शुरुआत से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़ा झटका लगा। नियमित टेस्ट कप्तान पैट कमिंस कोरोना संक्रमति व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद इस डे-नाइट टेस्ट से बाहर हो गए हैं और उनकी जगह स्टीव स्मिथ इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कमिंस एडिलेड के एक रेस्टोरेंट में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए थे। साल 2018 के बाद से स्मिथ पहली बार टेस्ट में कप्तानी कर रहे हैं। स्मिथ ने आखिरी बार 2018 में केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की थी जब बॉल टेंपरिंग प्रकरण हुआ था। जिसके बाद डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और कैमरुन बेनक्रॉफ्ट को एक साल के लिए क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया गया था।