सिराज ने किया बड़ा खुलासा, कहा- माही भाई ने समझाया खेल पर ध्यान दो, लोगों का काम है कहना
2019 के आईपीएल सीजन में मोहम्मद सिराज सिर्फ 7 विकेट ले पाए थे।
अद्यतन - Feb 8, 2022 2:33 pm

मोहम्मद सिराज न केवल अपने आईपीएल टीम आरसीबी के लिए बल्कि भारतीय टीम के लिए भी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं। वह उन तीन खिलाड़ियों में से एक थे जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल के साथ इस साल रिटेन किया था। हालांकि, अपने छोटे से करियर में मोहम्मद सिराज ने कई उतार-चढाव देखे हैं।
भले ही तेज गेंदबाज ने सनराइजर्स हैदराबाद के साथ अपने आईपीएल करियर की शानदार शुरुआत की, लेकिन आरसीबी द्वारा चुने जाने पर चीजें उनकी तरफ बढ़ने लगीं थी। सिराज के लिए सबसे खराब सीजन 2019 में आया जब युवा तेज गेंदबाज ने 9.55 की महंगी इकॉनमी के साथ केवल सात विकेट लेने में कामयाब हो पाए थे।
2019 में केकेआर के खिलाफ एक मैच में सिराज के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हुआ, जब तेज गेंदबाज ने अपने स्पेल में पांच छक्के खाए और 2.2 ओवर में 36 रन के आंकड़े के साथ वापस लौटे। इस दौरान सिराज को दो बीमर गेंद करने के लिए गेंदबाजी आक्रमण से बाहर कर दिया गया। उन्होंने शुरू में क्रिस लिन का भी एक कैच छोड़ा था और आरसीबी पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रन बनाने के बावजूद मैच हार गई थी।
माही भाई ने मुझसे कहा था कि लोग जो कुछ भी कहते हैं उसे मत सुनो: मोहम्मद सिराज
सिराज ने RCB पॉडकास्ट में बताया कि, “जब मैंने केकेआर के खिलाफ दो बीमर गेंद की तो लोगों ने कहा, ‘क्रिकेट छोड़ो और वापस जाओ और अपने पिता के साथ ऑटो चलाओ, इस तरह के कई कमेंट्स किए गए थे। और लोग इस सब के पीछे संघर्ष नहीं देखते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन मुझे याद है जब मैं पहली बार चुना गया था तब एमएस धोनी ने मुझसे कहा था कि लोग जो कुछ भी कहते हैं उसे मत सुनो।’ आज आप अच्छा करते हैं और वे आपकी प्रशंसा करेंगे और जब आप अच्छा नहीं कर पाते तो लोग आपको गाली देंगे। इसे गंभीरता से मत लो।”और हां, वही लोग जिन्होंने मुझे बार-बार ट्रोल किया फिर कहते हैं ‘आप सबसे अच्छे गेंदबाज हैं भाई’। तो, मुझे पता है। मुझे किसी की राय नहीं चाहिए। मैं वही सिराज हूं जो मैं तब था।”
सिराज ने 2019 का साल याद करते हुए कहा कि, “2019 में आरसीबी के साथ प्रदर्शन इतना खराब था कि मुझे लगा कि यह मेरे आईपीएल करियर का अंत है। लेकिन तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे पास अभी भी उम्र है। इसलिए मैंने खुद पर थोड़ा भरोसा करने का फैसला किया और शुक्र है कि आरसीबी प्रबंधन ने भी मेरा समर्थन किया। मैंने सोचा था कि कोई भी फ्रेंचाइजी उस तरह के प्रदर्शन के बाद एक गेंदबाज को जाने देगी, लेकिन उन्होंने मेरा समर्थन किया, और फिर 2020 में केकेआर के खिलाफ मैच मेरे लिए जीवन बदलने वाला मैच था।”