दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टी-20 लीगों में भारत के निवेश से डरा पीसीबी और उठाया अहम कदम
क्या भारत पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ गलत कर रहा हैं?
अद्यतन - सितम्बर 29, 2022 12:35 अपराह्न
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टी-20 लीगों में भारत के निवेश को लेकर चिंतित है, क्योंकि इससे पाकिस्तान के खिलाड़ी इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से वंचित रह सकते हैं। भारत और पाकिस्तान के राजनितिक रिश्ते से तो हर कोई वाकिफ है, जिसके कारण दोनों टीमें केवल बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही आमने-सामने आती है, और तो और बीसीसीआई पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में भी मौका नहीं देता है, ऐसे में अन्य फ्रेंचाइजी लीगों में भारत का वर्चस्व पीसीबी (PCB) के लिए चिंता का सबब बनना लाजमी है।
आपको बता दें, दक्षिण अफ्रीका की नवगठित फ्रेंचाइजी लीग SA20 की सभी छह टीमों का स्वामित्व भारतीय लीग आईपीएल के फ्रेंचाइजी मालिकों के पास है, और दिलचस्प बात तो यह है कि पिछले हफ्ते हुई नीलामी में किसी भी टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ी को नहीं खरीदा है।
दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टी-20 लीगों में भारत के निवेश से डरा पीसीबी
इसके अलावा, यूएई की इंटरनेशनल लीग T20 (ILT20) की छह में से पांच टीमों का स्वामित्व भी आईपीएल के फ्रेंचाइजी मालिकों के पास है, और उनमें से किसी ने भी पाकिस्तानी क्रिकेटर को अपनी टीम में शामिल नहीं किया है। हालांकि, अमेरिकी स्वामित्व वाली फ्रेंचाइजी डेजर्ट वाइपर केवल एक फ्रेंचाइजी है, जिसने पाकिस्तानी खिलाड़ी आजम खान को आगामी इंटरनेशनल लीग T20 (ILT20) के लिए खरीदा है।
इस बीच, आईपीएल टीमों द्वारा विदेशी टी-20 लीगों में निवेश ने पीसीबी (PCB) के अध्यक्ष रमीज राजा को इतना ज्यादा चिंतित कर दिया कि उन्होंने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के संबंध में पारस्परिक व्यवस्था की संभावना को लेकर अन्य देशों के क्रिकेट बोर्डों से बातचीत शुरू कर दी।
रमीज राजा कथित तौर पर अन्य देशों के क्रिकेट बोर्डों से समझौता करना चाहते है कि अन्य बोर्ड अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में शामिल होने के लिए एनओसी (NOC) दें, जिसके बदले में पीसीबी (PCB) अन्य टी-20 लीगों में खेलने के लिए अपने खिलाड़ियों को एनओसी (NOC) प्रदान करेगा।
हालांकि, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की गिरावट के कारण भी पीएसएल (PSL) प्रभावित होता है क्योंकि टीमें सभी विदेशी प्रतिभागियों को अमेरिकी डॉलर में भुगतान करती है, लेकिन पीसीबी (PCB) को उम्मीद है कि अगले साल पीएसएल (PSL) में प्रमुख विदेशी खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।