‘शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भारत के लिए पर्याप्त नहीं था’, हनुमा विहारी ने टीम से बाहर होने पर तोड़ी चुप्पी
विहारी ने कहा कि वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है।
अद्यतन - जुलाई 11, 2023 8:04 अपराह्न
हनुमा विहारी का नाम हर भारतीय फैन्स को याद होगा, जिन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में भारत की सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई थी। विहारी ने 161 गेंदों में नाबाद 23 रन बनाकर सिडनी में तीसरा टेस्ट मैच बचाया था। बीच में वह चोटिल हो गए, लेकिन बल्लेबाजी जारी रखी और टीम के लिए मुकाबला ड्रॉ कराया। वह फिलहाल दिलीप ट्रॉफी के फाइनल में साउथ जोन की कमान संभालते नजर आएंगे।
इस बीच टीम इंडिया से बाहर किए जाने पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी है और बताया कि टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने खुद को कैसे उत्साहित रखा और प्रेरित किया।
ईएसपीएनक्रिकइंफो ने विहारी के हवाले से कहा, वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है। जब आप एक बार टीम से बाहर हो जाते हैं, तो इसका असर आपके मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। यह आपकी मानसिकता को प्रभावित करता है। और मैं पिछले सीजन में इस चीज से गुजर चुका हूं।
उन्होंने कहा कि, इस सीजन मैंने सब कुछ एक तरफ कर दिया है और सिर्फ बल्लेबाजी पर फोकस करना चाहता हूं। अपने स्किल्स में सुधार करना चाहता हूं। वहीं चीज करना चाहता हूं जो मैंने प्रथम श्रेणी में पिछले 12 सालों से किया है। मैं चुना जाता हूं तो ठीक, नहीं तो मैं बेहतर करने का प्रयास करूंगा और अपने राज्य या जोन के लिए अच्छा करूंगा।
शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए पर्याप्त नहीं था- हनुमा विहारी
हनुमा विहारी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, मुझे लगता है कि मुझे जब भी मौका मिला मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ टीम इंडिया के लिए पर्याप्त नहीं था। मैं फिर से बेहतर करने की कोशिश करूंगा। एक खिलाड़ी के तौर पर आप यही कर सकते हैं।
विहारी का मानना है कि, जब तक आप रिटायर नहीं हो जाते, तब तक उम्मीद हमेशा बनी रहती है कि आप वापसी कर सकते हैं। मेरी उम्र अभी 29 साल है और मैंने 35 साल के अजिंक्य रहाणे को वापसी करते हुए देखा है। मेरे पास अभी काफी समय है और मुझे अभी लंबा सफर तय करना है।
आपको बता दें कि भारत के लिए विहारी ने टेस्ट में कुल 29 पारियों में 839 रन बनाए हैं, जिसमें पांच अर्द्धशतक और एक शतक शामिल है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपना पहला टेस्ट शतक 2019 के वेस्टइंडीज दौरे पर दूसरे टेस्ट में लगाया था।