विदेशी टी-20 लीगों में रिटायर्ड प्लेयर्स की भागीदारी पर लगाम लगाने की तैयारी में हैं BCCI; इम्पैक्ट प्लेयर नियम में भी होगा बड़ा बदलाव - क्रिकट्रैकर हिंदी

विदेशी टी-20 लीगों में रिटायर्ड प्लेयर्स की भागीदारी पर लगाम लगाने की तैयारी में हैं BCCI; इम्पैक्ट प्लेयर नियम में भी होगा बड़ा बदलाव

BCCI सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को अपडेट करने पर विचार कर रहा है।

Jay Shah and Roger Binny. (Image Source: BCCI)
Jay Shah and Roger Binny. (Image Source: BCCI)

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) 7 जुलाई को अपनी शीर्ष परिषद की बैठक में विदेशी फ्रेंचाइजी लीगों में भारत के रिटायर्ड खिलाड़ियों की भागीदारी पर अपनी मौजूदा नीति पर दोबारा विचार करने वाला है, और संभवतः इसमें बदलाव भी कर सकता है।

आपको बता दें, BCCI की वर्तमान नीति आईपीएल सहित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले खिलाड़ियों को विदेशी टी-20 लीगों में हिस्सा लेने की अनुमति देती है। इस कारण कई भारतीय क्रिकेटर विदेशी लीगों में हिस्सा लेने के लिए बहुत जल्द रिटायरमेंट ले रहे हैं, जिनमें अंबाती रायडू, उन्मुक्त चंद और सुरेश रैना जैसे क्रिकेटर शामिल हैं। इस बढ़ते चलन को रोकने के लिए BCCI आगामी बैठक में अपनी इस नीति में बदलाव कर सकता है।

रिटायर्ड क्रिकेटरों पर लगाम लगाने की फिराक में हैं BCCI

खबरों के अनुसार, BCCI विदेशी लीगों में भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी पर नियम लागू करने की योजना बना रहा है। दरअसल, दुनिया भर में टी-20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीगों के तेजी से बढ़ने से कई प्लेयर्स समय से पहले रिटायरमेंट ले सकते हैं, और भारत में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है, जिससे घरेलू क्रिकेट का स्तर गिर सकता है, जिसे लेकर BCCI कथित तौर पर चिंतित है।

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जिसके चलते BCCI ने अपने एक्टिव खिलाड़ियों को टी-20 लीगों में हिस्सा लेने से बचाने का फैसला किया है और अब बोर्ड भारत के रिटायर्ड खिलाड़ियों की विदेशी लीगों में भागीदारी पर लगाम कसने के लिए एक धारा अपनी नीति में शामिल कर सकता है।

NOC के बिना भारतीय क्रिकेटर्स विदेशी लीगों में नहीं ले पाएंगे हिस्सा

क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय खिलाड़ियों को अब विदेशी लीगों में भाग लेने के लिए BCCI से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) प्राप्त करना होगा, यदि वे भविष्य में भारतीय क्रिकेट में कोचिंग या किसी भी पोजीशन पर काम करना चाहते हैं। इसके अलावा, BCCI खिलाड़ियों को रिटायरमेंट के तुरंत बाद विदेशी लीग में शामिल होने से रोकने के लिए कूलिंग-ऑफ अवधि नियम लाने के बारे में भी सोच सकता है।

वहीं, BCCI सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को अपडेट करने और उन्हें आईपीएल के समान बनाने पर भी विचार कर रहा है। आपको बता दें, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आईपीएल के विपरीत एक इम्पैक्ट प्लेयर केवल 16वें ओवर से पहले ही खेल में आ सकता है, और टीमें टॉस से पहले 12 खिलाड़ियों की लिस्ट शेयर करती है। लेकिन अगर बदलाव पर सभी सहमत होते हैं, तो शीट टॉस के बाद शेयर की जाएगी और इम्पैक्ट प्लेयर मैच में कभी भी आ सकता है।

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