इंग्लैंड के कोच बनने के लिए जस्टिन लैंगर राजी, लेकिन एक शर्त पर!
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज में शर्मनाक हार के बाद क्रिस सिल्वरवुड को इंग्लैंड के मुख्य कोच के पद से हटा दिया गया था।
अद्यतन - मार्च 29, 2022 6:27 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और पूर्व कोच जस्टिन लैंगर जल्द ही एक बार फिर मुख्य कोच की भूमिका में नजर आएंगे। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने भले ही जस्टिन लैंगर की कदर नहीं की, लेकिन इंग्लैंड उन्हें अपना कोच बनाने का भरसक प्रयास कर रहा है।
आपको बता दें, जस्टिन लैंगर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के मुख्य कोच का पदभार करीब तीन सालों तक संभालने के बाद इस साल की शुरुआत में अपने पद से इस्तीफा दें दिया था। उन्हें लंबी अवधि के लिए अपने अनुबंध में विस्तार चाहिए था, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने उनके शानदार काम के बावजूद अनुबंध में लंबा विस्तार देने से मना कर दिया, जिसके बाद पूर्व बल्लेबाज ने खुद इस्तीफा दें दिया।
जस्टिन लैंगर इंग्लैंड के मुख्य कोच बनने को तैयार
आज उन्हें क्रिकेट जगत के हाई-प्रोफाइल कोचों में से एक माना जाता है। साल 2018 में बॉल टैम्परिंग कांड के बाद जस्टिन लैंगर ने टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला। उनके कार्यकाल के दौरान, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने दो बार एशेज सीरीज (2019, 2021) जीती, इसके अलावा राष्ट्रीय टीम को वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफइनल तक ले गए, और साथ ही देश को पहला टी-20 वर्ल्ड कप 2021 भी दिलाया।
जस्टिन लैंगर की उपलब्धियों से प्रभावित होकर इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) पूर्व ऑस्ट्रलियाई कोच को इंग्लैंड क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त करना चाहता हैं। लैंगर ने भी कथित तौर पर इसके लिए हामी भर दी है, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) के सामने एक शर्त रखी है।
आपको बता दें, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज में शर्मनाक हार के बाद क्रिस सिल्वरवुड को मुख्य कोच के पद से हटा दिया गया था। पॉल कॉलिंगवुड फिलहाल अंतरिम कोच के तौर पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ काम कर रहे है। कॉलिंगवुड ने भी इंग्लैंड के मुख्य कोच के पद के लिए अपनी रूचि जाहिर कर दी है।
इंग्लैंड की वेबसाइट टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, 51-वर्षीय जस्टिन लैंगर इंग्लैंड टीम का नया कोच बनने को तैयार हैं, लेकिन उनका मानना हैं कि क्रिकेट के नए दौर में अलग-अलग प्रारूपों के अलग कोच होने चाहिए। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ECB इसके लिए तैयार होता है या नहीं।