सुब्रमण्यम बद्रीनाथ क्रिकेट के सभी प्रारूप से ले सकते है जल्द सन्यास
अद्यतन - मई 10, 2018 3:44 अपराह्न

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सुब्रमण्यम बद्रीनाथ जिनका घरेलू क्रिकेट में काफी शानदार रिकॉर्ड है. तमिलनाडु के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले उन्होंने रणजी ट्राफी का पिछला सीजन कुछ कारणों की वजह से नहीं खेला था. टाइम्स नाउ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार ये दिग्गज खिलाड़ी काफी जल्द क्रिकेट के सभी प्रारूप से सन्यास की घोषणा कर सकता है.
बद्रीनाथ ने भारतीय टीम के लिए 2 टेस्ट मैच, 7 वनडे और 1 टी-20 मैच खेला है जो इस खिलाड़ी का भारत के लिए आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ था. बद्रीनाथ को भारतीय टीम के लिए इतने कम मैच खेलने का अवसर इसलिए भी मिला कि वह मिले मौकों का पूरी तरह से लाभ नहीं उठा सके साथ ही युवा खिलाड़ियों का उस समय टीम आना. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के बद्रीनाथ काफी महत्वपूर्ण सदस्य थे 37 साल के इस भारतभारतीय खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 10000 रन से भी उपर रन बनायें है लेकिन अपने इस प्रदर्शन को वह भारतीय टीम के लिए नहीं दोहरा सके.
एक लम्बे करियर का अंत
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने तमिलनाडु के 14 रणजी सीजन लगातार खेले थे जिसके बाद वह 2014-15 के सीजन में विदर्भा के लिए खेलने चले गएँ गयें थे जहाँ पर उन्होंने इस टीम के लिए कुछ सीजन में कप्तानी भी और इसके बाद बद्रीनाथ एक सीजन के लिए हैदराबाद के लिए एक सीजन खेलने चले गयें थे. बद्रीनाथ ने तमिलनाडू प्रीमियर लीग में 2017 के सीजन में करैकुदी कालाइ के लिए खेला था जिसमें उन्होंने 8 मैच खेलते हुए 22 के औसत से 154 रन बनायें थे.
अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत बद्रीनाथ ने 2008 में श्रीलंका के खिलाफ दाम्बुला वनडे मैच से की थी और इसके एक मैच के बाद विराट कोहली ने इस सीरीज में उनकी जगह को ले लिया था. इसके बाद 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला था जिसमें बद्रीनाथ ने 139 गेंदों में 56 रनों की शानदार पारी खेली थी.