ऐसे तय हुआ ऋषभ पंत के क्रिकेटर बनने का सफर, मुश्किल हालात से जूझकर मिली सफलता - क्रिकट्रैकर हिंदी

ऐसे तय हुआ ऋषभ पंत के क्रिकेटर बनने का सफर, मुश्किल हालात से जूझकर मिली सफलता

Rishabh Pant
Rishabh Pant. (Photo Source: Twitter)

भारतीय टीम में एक बल्लेबाज विकेटकीपर की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका के लिए चुने गए ऋषभ पंत ने अपने चुनाव को एक बार फिर सही साबित किया। पंत ने शतकीय पारी खेलकर टीम को चौथे टेस्ट के दूसरे दिन भारत के लिए एक विशाल स्कोर खड़ा करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पंत की पारी की बदौलत ही भारत ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार श्रृंखला जीतने का ख्वाब पूरा कर सकता है।

भारतीय टीम में एक विकेटकीपर के तौर पर पैर जमा चुके ऋषभ पंत की तेजी से रन बनाने की क्षमता के कायल बहुत से क्रिकेट दिग्गज हैं। जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज में जीत दर्ज कर भारत इतिहास रचने की तैयारी में था तब इस शानदार मौके पर जानदार खेल दिखाया विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने।

पंत ने 189 गेंदें खेलकर 15 चौकों और एक छक्के के साथ नाबाद 159 रन बनाकर टीम को ऐसी मज़बूती दी कि भारत की निगाह न सिर्फ मैच बल्कि सीरीज जीतने पर है। पंत इस पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया की ज़मीं पर पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं जिसने शतक जमाया है।

ऋषभ पंत ने कैसे किया क्रिकेट को अपनाने का फैसला। क्या परिवार से मिली प्रेरणा या किसी खिलाडी के रहे फैन? कैसा रहा उनका क्रिकेट में सफर जानिए ऋषभ पंत की हर खास बात।

कम उम्र से कर दी शुरुआत, देख लिए क्रिकेट के सभी उतारा चढ़ाव : अंडर 19 वर्ल्डकप में दिखाया बढ़िया खेल : 19 साल की उम्र तक पंत क्रिकेटर करियर के हर रंग को देख चुके थे। दिल्ली का यह क्षमतावान लड़का उस समय नजर में आया जब उसने 2016 के अंडर 19 वर्ल्डकप में बढ़िया खेल दिखाया। बाएं हाथ का यह विकेटकीपर बल्लेबाज 24 गेंदों में तेज 75 रन ठोककर सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच चुका था। फिर पंत ने अपना दूसरा अर्धशतक जमा दिया। भारत वर्ल्डकप तो नहीं जीता लेकिन उसके हाथ पंत जैसा लंबी रेस का घोड़ा आ गया था।

चाहते थे एडम गिलक्रिस्ट की तरह बनना : ऋषभ पंत का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को उत्तराखंड के हरिद्वार में हुआ। उनके पिता का नाम राजेंद्र पंत था जिनका देहांत 2017 में हो गया। उनकी माता का नाम सरोज पंत है। उनके अलावा परिवार में उनकी बड़ी बहन साक्षी पंत भी है। पंत का बचपन से ही सपना था क्रिकेट में करियर बनाने का। उनके आदर्श ऑस्ट्रेलिया के जाने माने विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट रहे। 12 साल की उम्र में वह रूड़की से दिल्ली अपने सपने को पूरा करने के लिए पहुंच गए।

घरेलू करियर की शुरुआत : पंत का फर्स्ट क्लास करियर 22 अक्टूबर 2015 को रणजी ट्रॉफी से शुरू हुआ। 2015 में पंत का चुनाव 2016 के अंडर 19 वर्ल्डकप के लिए हुआ। उन्होंने टूर्नामेंट में 18 गेंदें खेलकर अर्धशतक जमाया जो इस लेवल में सबसे अधिक तेज था। उन्होंने 2015 में ही विजय हजारे ट्रॉफी में भी हिस्सा लिया।

2016–17 में रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए पंत ने एक पारी में 308 रन बनाए। इस तिहरे शतक के साथ पंत भारतीय क्रिकेट के इतिहास के तीसरे ऐसे खिलाड़ी बने जिसने तीन शतक जमाए थे। 2016 में पंत ने रणजी में दिल्ली की तरफ से खेलते हुए झारखंड के खिलाफ सबसे अधिक तेज शतक जमाया। इस शतक के लिए पंत ने 48 गेंदे खेलीं। 2017 में वह विजय हजारे ट्रॉफी के लिए दिल्ली के कप्तान बनाए गए।

आईपीएल में करियर की शुरुआत : 6 फरवरी 2016 को पंत को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.9 करोड़ रुपए की कीमत पर खरीदा। इसी दिन उन्होंने भारत अंडर 19 के वर्ल्डकप के सेमीफायनल में एक शतक जमाया था। आईपीएल में खेलते हुए तीसरे मैच में पंत ने 40 गेंद खेलते हुए 69 रन बनाए। उनकी पारी की मदद से टीम गुजरात लायंस पर आठ विकेट से जीती। पंत ने आईपीएल में अपनी एकमात्र हाफ सेंचुरी महज 25 गेंदों में बनाई है। 2017 में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते हुए 43 गेंदों में 97 रन बनाए थे। 2018 में पंत ने 63 गेंदों में 128 रन बनाए। जो किसी प्लेयर द्वारा ट्वंटी 20 में दूसरा सबसे अधिक स्कोर है। उनसे पहले यह रिकॉर्ड मुरली विजय और वीरेंद्र सेहवाग के नाम था।

इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत : पंत ने अपने ट्वंटी 20 करियर की शुरुआत 2017 की जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ की। वह भारत के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे जिसने ट्वंटी 20 में खेलना शुरू कर दिया था। उनका यह रिकॉर्ड वाशिंगटन सुन्दर ने तोडा। 2017 में पंत को वेस्टइंडीज टूर के लिए चुना गया। 2018 में वह निदाहास ट्रॉफी के लिए टीम में चुन लिए गए।

टेस्ट क्रिकेट में करियर की शुरुआत : 2018 में वह इंग्लैंड के खिलाफ टीम में शामिल किए गए। वह भारत के पहले ऐसे क्रिकेटर बने जिसने टेस्ट करियर की शुरुआत एक छक्के के साथ की। 2018 में पंत ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जमाया। इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए पंत दूसरे सबसे कम उम्र के ऐसे विकेटकीपर और भारत के पहले विकेटकीपर बने जिसने इंग्लैंड में शतक लगाया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज के पहले मैच में पंत ने 11 कैच पकड़े हैं। जो किसी भारतीय विकेटकीपर द्वारा पकड़े गए कैच में सर्वाधिक हैं।

एकदिवसीय करियर की शुरूआत : 2018 में ही पंत को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया।

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