रोहित शर्मा एक टूटे हुए व्यक्ति लगे जब मैंने उनसे बात की: इयान बिशप
रोहित शर्मा का खराब फॉर्म भी मुंबई इंडियंस के इस तरह के प्रदर्शन का बड़ा कारण है।
अद्यतन - अप्रैल 30, 2022 2:42 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) का प्रदर्शन काफी साधारण रहा है। मुंबई ने अभी तक कुल 8 मुकाबले खेले हैं जिनमें से एक मुकाबला भी अपने नाम नहीं किया है। यही नहीं इस साल के टूर्नामेंट के प्लेऑफ से बाहर होने वाली मुंबई इंडियंस पहली टीम है। मुंबई का ये प्रदर्शन देखकर सभी लोग काफी अचंभित हैं। सभी जानते हैं कि मुंबई IPL की सबसे सफल टीम है। बता दें मुंबई ने अभी तक कुल 15 संस्करण में 5 संस्करण में ट्रॉफी अपने नाम की है। लेकिन इस साल मुंबई अपने प्रदर्शन को लेकर काफी चिंतित हैं।
मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म इस साल बेहद खराब रहा है। उन्होंने अभी तक 8 मुकाबलों में मात्र 153 रन बनाए हैं। रोहित के अलावा ओपनर ईशान किशन और विस्फोटक बल्लेबाज कायरन पोलार्ड का भी प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। जिसको लेकर टीम पर इस बार काफी सवाल उठाए जा रहे हैं।
रोहित शर्मा की फॉर्म को लेकर चिंतित इयान बिशप
पूर्व वेस्टइंडीज क्रिकेटर इयान बिशप ने रोहित शर्मा के लिए बयान दिया है कि, लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मिली हार के बाद रोहित शर्मा काफी टूट हुए दिखाई दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई को जल्द से जल्द अपनी टीम में टिम डेविड को वापस से लेना होगा जिससे उनकी बैटिंग लाइनअप और मजबूत हो सके।
बिशप ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि, जब मैंने रोहित शर्मा से पिछले मैच के बाद बात की तो वह एक टूटे हुए व्यक्ति जैसे लग रहे थे। यह बात मैं समझ सकता हूं क्योंकि मुंबई इंडियंस हमेशा से सबसे ताकतवर टीम रही है। मुझे लगता है कि उनको अपनी प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव करने चाहिए। मुझे लगता है कि उन्हें टिम डेविड की काफी जरूरत है। उनको ज्यादा मौके टीम ने क्यों नहीं दिए मुझे इस बात से हैरानी है।
मुंबई को अपने बल्लेबाजी लाइनअप में डेविड जैसा बल्लेबाज चाहिए जो कभी भी आकर अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से मैच का रुख अपनी टीम की ओर ला सकें। सूर्यकुमार इस साल काफी अच्छा खेल रहे हैं लेकिन मुंबई की गेंदबाजी इस बार काफी साधारण देखने को मिली है।
टीम के गेंदबाज मुख्य जगहों पर ज्यादा से ज्यादा रन दे रही है। लेकिन उनको जल्द से जल्द अपनी कमजोरी को जानना होगा और बचे हुए मुकाबलों में वापसी करनी होगी। युवा खिलाड़ियों को भी टीम मौका दे सकती है। भले ही प्लेऑफ से टीम बाहर हो चुकी है लेकिन अभी भी उनको अपने सम्मान बचाए रखने के लिए खेलना है।