टी-20 अंतरराष्ट्रीय में धीमी ओवर गति के नए नियमों का पहला शिकार बनी श्रीलंकाई टीम जिसमें उन्हें उठाना पड़ा यह बड़ा नुकसान - क्रिकट्रैकर हिंदी

टी-20 अंतरराष्ट्रीय में धीमी ओवर गति के नए नियमों का पहला शिकार बनी श्रीलंकाई टीम जिसमें उन्हें उठाना पड़ा यह बड़ा नुकसान

सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मुकाबले में श्रीलंका टीम पर धीमी ओवर गति के कारण मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।

Sri Lanka. (Photo by Alex Davidson/Getty Images)
Sri Lanka. (Photo by Alex Davidson/Getty Images)

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मुकाबले में धीमी ओवर गति बनाये रखने के कारण श्रीलंका की टीम को जुर्माना भरना पड़ेगा। श्रीलंका पर उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी डेविड बून ने समय भत्तों को ध्यान में रखने के बाद श्रीलंका को लक्ष्य से एक ओवर कम पाए जाने के बाद प्रतिबंध लगाया।

दूसरे टी-20 मुकाबले में आखिरी ओवरों के दौरान अम्पायर ने श्रीलंका टीम के कप्तान को आदेश दिया कि वे पांच की जगह केवल चार खिलाड़ियों को 30 यार्ड दायरे के बाहर रख पाएंगे। दोनों टीमें 20 ओवरों में 164 रन ही बना सकी। जिससे यह मैच सुपर ओवर तक पहुंच गया। अंत में सुपर ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने मैच को जीत लिया।

सिडनी में मैच के दौरान श्रीलंकाई बल्लेबाज पथुम निसांका को अभद्र भाषा का प्रयोग करने के लिए भी फटकार भी लगायी गयी। पथुम निसांका को एक चेतावनी भी दी गयी और उनके अनुसाशनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है। जब उनको इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउन्सिल (ICC) कोड के अनुच्छेद 2.3 का उल्लंघन करते पाया गया। यह अनुच्छेद “एक अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर किसी खिलाड़ी को दंडित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

क्या कहते हैं आईसीसी के नियम

आईसीसी के नियम के अनुसार प्रत्येक टीम को 85 मिनट में 19 ओवर समाप्त करने होते है। यदि टीम ऐसा नहीं कर पाती है तो टीम को इसका नुकसान मैच के आखिरी ओवर में उठाना पड़ेगा। टीम आखिरी ओवर में 30 यार्ड के के बाहर पांच की जगह चार खिलाड़ी ही रख पायेगी। जबकि आईसीसी के पुराने नियम में धीमी ओवर गति के कारण जुर्माने के साथ ही कप्तान को एक मैच से सस्पेंड करने का प्रावधान था।

खिलाड़ियों और खिलाड़ी समर्थन कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार जुर्माना लगाया जाता है जो ओवर रेट अपराधों से सम्बंधित है। जिसमें खिलाड़ियों पर उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जब उनकी टीम आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहती है।

close whatsapp